ताप्ती नदी अपवाह तंत्र
ताप्ती नदी मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में स्थित सतपुड़ा पर्वत श्रेणी के अन्तर्गत् काली सिंध पहाड़ी की सबसे ऊँची चोटी मुल्ताई से निकलती है। यह भ्रंश घाटी में नर्मदा नदी के समानान्तर तथा पूर्व से पश्चिम दिशा में प्रवाहित होती हुई खम्भात की खाड़ी (अरब सागर) में गिरती है। यह अपने मुहाने पर ज्वारनदमुख (Estuary) का निर्माण करती है।
ताप्ती नदी के अन्य नाम : सूर्य की पुत्री, सूरसुता, तापी, पयोष्णी (गर्म जल वाली नदी)।
इसकी कुल लम्बाई 724 किमी. (मध्य प्रदेश में 279 किमी., महाराष्ट्र में 270 किमी. तथा गुजरात में 175 किमी.) तथा कुल अपवाह क्षेत्र 64,874 वर्ग किमी. है, जिसमें से 9804 वर्ग किमी. क्षेत्र मध्य प्रदेश में स्थित है। यह नदी मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र के मध्य प्राकृतिक सीमा का निर्धारण करती है। ताप्ती नदी के तट पर गुजरात में रज्जु सेतु एवं स्वाली बंदरगाह स्थित हैं।
इसका अपवाह क्षेत्र अनुगामी अपवाह (Consequent Drainage) का उदाहरण है। इस तंत्र में पूर्णा, गिरना, गोपद, अनेर, अम्बोरा, बाकी, बुरई, तितूर, उतावली और कालीभीत आदि नदियाँ सम्मिलित हैं।
Post a Comment