मध्य प्रदेश में भाषा, साहित्य एवं प्रमुख साहित्यिक संस्थाएं MCQ प्रश्न और उत्तर | Language, Literature and Major Literary Institutions in MP
byKartik Budholiya0
मध्य प्रदेश में भाषा, साहित्य एवं प्रमुख साहित्यिक संस्थाएं MCQ
"मध्य प्रदेश में भाषा, साहित्य एवं प्रमुख साहित्यिक संस्थाएं" पर आधारित यह MCQ सीरीज उन छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे MPPSC, MPSI, MPPEB और अन्य राज्य स्तरीय परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। इस MCQ सेट में मध्य प्रदेश की भाषाओं, साहित्यिक परंपराओं, लोक साहित्य, प्रमुख साहित्यकारों, साहित्यिक आंदोलनों, और राज्य में स्थित प्रमुख साहित्यिक संस्थानों से जुड़े सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया है।
प्रत्येक प्रश्न के साथ हिंदी में विस्तृत व्याख्या प्रदान की गई है, जो विषय को गहराई और स्पष्टता से समझने में मदद करेगी। यह सीरीज न केवल मध्य प्रदेश की भाषाई विविधता और साहित्यिक धरोहर का विश्लेषण प्रस्तुत करती है, बल्कि राज्य के सांस्कृतिक और बौद्धिक योगदान को भी रेखांकित करती है।
"मध्य प्रदेश में भाषा, साहित्य एवं प्रमुख साहित्यिक संस्थाएं" से संबंधित यह MCQ सेट न केवल आपकी परीक्षा की तैयारी को सशक्त बनाएगा, बल्कि आपको विषय पर पूर्ण समझ और आत्मविश्वास भी प्रदान करेगा। इन प्रश्नों के माध्यम से आप प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए तैयार हो सकेंगे।
1. बुंदेलखंड के किस लोक कवि को 'बुंदेलखंड का जयदेव' कहा जाता है?
(a) पंडित जगनिक
(b) घाघ
(c) कवि ईसुरी
(d) गौरी शंकर द्विवेदी
व्याख्या: (c) बुंदेलखंड के लोक कवि 'कवि ईसुरी' को 'बुंदेलखंड का जयदेव' भी कहा जाता है। फाग कवि ईसुरी ने चौघड़िया फागों की रचना की।
इन्होंने हजारों उपमाएं और रूपक की रचना बुंदेली भाषा में करके बुंदेली साहित्य को समृद्ध बनाया।
टिप्पणी: फाग कवि ईसुरी का जन्म 1898 ई. में झांसी जिले के मेढकी गांव में हुआ था।
2. बुंदेलखंड के लोक साहित्यकार पंडित जगनिक का संबंध है?
(a) रीतिकाल
(b) भक्तिकाल
(c) वीरगाथाकाल
(d) आदिकाल
व्याख्या: (c) जगनिक कालिंजर के चंदेल शासक परमर्दिदेव के आश्रयी कवि और चंदबरदाई के समकालीन कवि थे।
पंडित जगनिक वीर गाथा काल से संबंधित हैं। इनके द्वारा रचित परमाल रासो के आल्हा खंड में महोबा के आल्हा और ऊदल की वीरता का वर्णन किया गया है।
आल्हा ऊदल की शौर्य गाथा, बुंदेलखंड में आज भी गाई जाती है। जगनिक द्वारा आल्हा ऊदल की 52 लड़ाइयों का वर्णन ओजपूर्ण शैली में किया गया है।
टिप्पणी: आल्हा खंड की रचना 1140 ई. मानी जाती है किंतु वर्ष 1865 में सर चार्ल्स इलियट ने 'आल्हा खंड' नाम से इसका संग्रह कराया गया, जिसमें कन्नौजी भाषा की बहुलता थी।
3. बुंदेली साहित्य 'ईसुरी प्रकाश' का संकलन किसने किया?
(a) लोकेंद्र सिंह नागर
(b) कृष्णानंद गुप्त
(c) गौरीशंकर द्विवेदी
(d) इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: (b) लोकगायन की विधा फाग को विकसित करने वाले कवि ईसुरी की रचना 'ईसुरी प्रकाश' का संकलन
कृष्णानंद गुप्त ने किया है। जबकि 'ईसुरी की फागें' के नाम से साहित्य का संकलन लोकेंद्र सिंह नागर एवं 'ईसुरी सतसई' का
संकलन गौरी शंकर द्विवेदी ने किया है।
4. लोक कवि घाघ किस मुगल शासक के समकालीन थे?
(a) शाहजहां
(b) जहांगीर
(c) शाहआलम द्वितीय
(d) अकबर
व्याख्या: (d) बुंदेली लोक कवि एवं सूक्तिकार घाघ एक महान कृषि पंडित थे। लोक कवि घाघ, मुगल बादशाह
अकबर के समकालीन थे, तथा अकबर द्वारा इन्हें चौधरी की उपाधि से सम्मानित किया गया। घाघ द्वारा की गयी रचनाओं से भूमि
की उर्वरा शक्ति, फसलों के बुआई, बीजों के मध्य की दूरी आदि का तार्किक ज्ञान कराया गया। इनके द्वारा की गयी रचनाएं
कृषकों के लिए कृषि मार्गदर्शन का कार्य करती थीं। उल्लेखनीय है कि आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने इन्हें लोक कवि नहीं
माना है बल्कि इन्हें कृषि सूक्तिकार की संज्ञा दी है।
टिप्पणी: इनकी रचना 'घाघ' का संकलन रामनरेश त्रिपाठी द्वारा कराया गया है।
5. बुंदेलखंड साहित्य में 'वृहत्रयी' में कौन सम्मिलित नहीं है?
(a) गंगाधर व्यास
(b) ख्यालीराम
(c) ईसुरी
(d) इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: (d) बुंदेलखंड के साहित्यकार गंगाधर व्यास और ख्यालीराम, फाग कवि ईसुरी के समकालीन थे। इन
तीनों की जोड़ी बुंदेलखंडी साहित्य में 'वृहत्रयी' के नाम से प्रचलित है।
6. 'निमाड़ी साहित्य का इतिहास' नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं?
(a) श्रीराम परिहार
(b) संत सिंगाजी
(c) जॉर्ज ग्रियर्सन
(d) श्रीनिवास शुक्ल
व्याख्या: (a) 'निमाड़ी साहित्य का इतिहास' नामक पुस्तक के लेखक डॉ. श्रीराम परिहार हैं। इस पुस्तक
में श्री परिहार ने निमाड़ी बोली के उद्भव एवं विकास में विस्तृत प्रकाश डाला है। श्रीराम परिहार का जन्म 16 जनवरी,
1952, खंडवा के फेफरिया में हुआ था। भारत सरकार के केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा वर्ष 2018 के लिए नानाजी देशमुख
पुरस्कार डॉ. श्रीराम परिहार को दिया गया।
7. महाकवि कालिदास का जन्म मध्य प्रदेश के किस जिले में हुआ था?
(a) सागर
(b) उज्जैन
(c) छतरपुर
(d) टीकमगढ़
व्याख्या: (b) महान कवि कालिदास के जन्म स्थान और जन्म तिथि के विषय में मतैक्यता का अभाव है।
हालांकि मेघदूतम में उज्जैन के प्रति उनकी विशेष प्रेम को देखते हुए अधिकांशजन उन्हें उज्जैन का निवासी मानते हैं।
किंतु कुछ साहित्यकारों के अनुसार कालिदास का जन्म उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के कविल्ठा गांव में हुआ था।
8. रघुवंशम महाकाव्य के रचयिता कौन हैं?
(a) भवभूति
(b) कालिदास
(c) बाणभट्ट
(d) भर्तृहरि
व्याख्या: (b) 'रघुवंशम' कालिदास रचित महाकाव्य है। इसमें '19 सर्ग' हैं, जिनमें रघुकुल के इतिहास का
वर्णन किया गया है। महाराज रघु के प्रताप से उनके कुल का नाम 'रघुकुल' पड़ा। रघुकुल में ही राम का जन्म हुआ था।
उन्नीस सर्गों में कालिदास ने राजा दिलीप, उनके पुत्र रघु, रघु के पुत्र अज, अज के पुत्र दशरथ, दशरथ के पुत्र राम
तथा राम के पुत्र लव और कुश के चरित्रों का वर्णन किया है।
प्रथम सर्ग: प्रथम सर्ग राजा दिलीप के चरित्र वर्णन से प्रारंभ होता है। पुत्र विहीन राजा दिलीप
अपनी पत्नी 'सुदक्षिणा' सहित पुत्र लाभ की कामना से कुल गुरु वशिष्ठ के आश्रम में जाते हैं। गुरू वशिष्ठ उनकी व्यथा का
कारण जान अपने आश्रम में निवास करने वाली कामधेनु की पुत्री 'नन्दिनी नामक गौ' की सेवा का परामर्श देते हैं।
उन्नीसवां सर्ग: उन्नीसवां सर्ग सूर्यवंश के अंतिम राजा अग्निवर्ण के कामुक जीवन के भरपूर विलास का
चित्रण करता है। अत्यधिक विलासी जीवन के परिणामस्वरूप अग्निवर्ण क्षयरोग से पीड़ित हुआ और इस रोग के प्रभाव से दिन
प्रतिदिन दुर्बल होकर निस्संतान मृत्यु को प्राप्त हुआ।
9. कालिदास का प्रथम महाकाव्य कौन सा है?
(a) ऋतुसंहार
(b) मेघदूत
(c) अभिज्ञानशाकुंतलम
(d) कुमारसंभवम
व्याख्या: (d) कुमारसंभवम का शाब्दिक अर्थ है- 'कुमार का जन्म'। यहां 'कुमार' से आशय शिव-पार्वती
के पुत्र कार्तिकेय या स्कंद से है। इस रचना में कालिदास का उद्देश्य शिव-पार्वती की तपस्या, प्रेम, विवाह और उनके
पुत्र कुमार कार्तिकेय के जन्म की पौराणिक कथा को एक महाकाव्य का रूप देना है।
टिप्पणी: कुमारसंभव महाकाव्य 17 सर्गों में समाप्त हुआ है, किंतु लोक धारणा है कि केवल प्रथम आठ सर्ग
ही कालिदास रचित हैं और बाद के अन्य नौ सर्ग अन्य कवि की रचनायें हैं।
10. कुमारसंभवम के पहले सर्ग की विषय वस्तु में क्या वर्णित है?
(a) गंगा यमुना नदी
(b) हिमालय पर्वत
(c) तारकासुर वध
(d) कार्तिकेय जन्म
व्याख्या: (b) कालिदास ने कुमारसम्भव को हिमालय वर्णन से आरंभ किया है। प्रथम सर्ग के प्रारंभिक 17
पद्यों में कवि ने हिमालय पर्वत का भव्य व गरिमापूर्ण चित्रण करते हुए इसकी विविध छवियों, प्राकृतिक वैभव तथा इसके
निवासियों के कार्यकलापों तथा पर्वतराज के पुराकथात्मक व्यक्तित्व का मनोहारी चित्रण किया है।
11. कुमारसंभवम के किस सर्ग में 'ताड़का वध' का वर्णन है?
(a) पहले
(b) आठवें
(c) ग्यारहवें
(d) सत्रहवें
व्याख्या: (d) कुमारसंभव महाकाव्य 17 सर्गों में समाप्त हुआ है, किंतु लोक धारणा है कि केवल प्रथम आठ
सर्ग ही कालिदास रचित हैं और बाद के अन्य नौ सर्ग अन्य कवि की रचना हैं। इस काव्य के सत्रहवां और अंतिम सर्ग,
तारकासुर वध से संबंधित है।
विशेष: पार्वती विवाह: सातवें सर्ग में पार्वती का विवाह वर्णन है। हिमालय ने सभी कुटुम्बियों को बुलाकर
शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को अपनी पुत्री के विवाह का आयोजन किया।
आठवां सर्ग: इस सर्ग में शिव-पार्वती की काम-क्रीड़ा का श्रृंगारिक वर्णन है।
12. कालिदास के किस रचना की कथा महाभारत के आदिपर्व से ली गई है?
(a) मेघदूत
(b) ऋतुसंहार
(c) मालविकाग्निमित्रम
(d) अभिज्ञानशाकुंतलम
व्याख्या: (d) महाकवि कालिदास ने अभिज्ञानशकुंतलम की कथावस्तु मौलिक रूप से नहीं चुनी बल्कि यह कथा
महाभारत के आदिपर्व से ली गई है। शकुंतला राजा दुष्यंत की पत्नी थी जो प्रसिद्ध राजा भरत की माता और मेनका की कन्या थी।
टिप्पणी: अभिज्ञानशाकुंतलम कथा-
एक बार राजा दुष्यंत अपने साथ कुछ सैनिकों को लेकर शिकार खेलने निकले और घूमते-फिरते कण्व ऋषि के आश्रम में पहुंचे।
ऋषि उस समय वहां उपस्थित नहीं थे। इससे शकुंतला ने ही राजा दुष्यंत का स्वागत सत्कार किया। उसी अवसर पर दोनों में
प्रेम और फिर गंधर्व विवाह हो गया।
कालांतर में उनके पुत्र भरत के नाम पर ही हमारे देश का नाम 'भारत' पड़ा।
13. कालिदास की किस रचना में राजा पुरूरवा एवं अप्सरा उर्वशी की प्रेम कथा का वर्णन है?
(a) मेघदूत
(b) रघुवंशम्
(c) विक्रमोर्वशीयम
(d) ऋतुसंहार
व्याख्या: (c) विक्रमोर्वशीयम रहस्यों से भरा नाटक है। इसमें राजा पुरूरवा इंद्रलोक की अप्सरा उर्वशी
से प्रेम करने लगते हैं। इंद्र की सभा में नृत्य के दौरान उर्वशी प्रेमवश प्रदर्शन में असफल रहती हैं, जिससे इंद्र गुस्से
में उन्हें श्रापित कर धरती पर भेज देते हैं।
यह काव्य शिल्प और सौंदर्य से भरपूर है।
14. महाकवि कालिदास की प्रथम नाट्य रचना कौन सी है?
(a) मालविकाग्निमित्रम
(b) अभिज्ञानशाकुंतलम
(c) विक्रमोर्वशीयम
(d) कुमारसंभवम
व्याख्या: (a) मालविकाग्निमित्रम कालिदास द्वारा रचित संस्कृत नाटक है। इसमें मालव देश की राजकुमारी
मालविका तथा विदिशा के राजा अग्निमित्र का प्रेम और विवाह का वर्णन है।
यह नाटक कालिदास की प्रथम नाट्य कृति मानी जाती है, क्योंकि इसमें वह परिपक्वता दृष्टिगोचर नहीं होती जो अन्य रचनाओं
में है।
टिप्पणी: यह नाटक श्रृंगार रस प्रधान है और राजमहलों में चलने वाले प्रेम षड्यंत्रों का चित्रण करता है।
15. महाकवि कालिदास की प्रथम काव्य रचना कौन सी है?
(a) ऋतुसंहार
(b) मेघदूत
(c) मालविकाग्निमित्रम
(d) कुमारसंभवम
व्याख्या: (a) ऋतुसंहार महाकवि कालिदास की प्रथम काव्य रचना मानी जाती है, जिसके छह सर्गों में ग्रीष्म
से बसंत तक की छह ऋतुओं का सुंदर प्राकृतिक चित्रण किया गया है।
टिप्पणी: ऋतुसंहार महाकवि कालिदास की प्रथम काव्य रचना है। इसमें सभी छ: सर्गों में ग्रीष्म, वर्षा, शरद,
हेमंत, शिशिर एवं बसंत ऋतुओं का निरूपण किया गया है। यह काव्य सौंदर्य के लिए अत्यधिक प्रसिद्ध है।
मालविकाग्निमित्रम कालिदास की प्रथम नाट्य रचना है, जबकि कुमारसंभवम उनका प्रथम महाकाव्य है।
16. कालिदास की किस रचना में प्रकृति का मानवीकृत वर्णन किया गया है?
(a) मेघदूत
(b) ऋतुसंहार
(c) रघुवंशम्
(d) इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: (a) मेघदूत में प्रकृति के सौंदर्य का मानवीयकृत वर्णन महाकवि कालिदास ने किया है जिसमें
यक्ष की कथा सम्मिलित है। इस कृति में कवि की कल्पना चरमोत्कर्ष पर है।
टिप्पणी: मेघदूत में यक्ष की प्रेम कथा और प्रकृति का मानवीकृत रूप में चित्रण किया गया है। यह रचना
कालिदास को 'कविकुल गुरू' उपाधि दिलाने के लिए प्रसिद्ध है।
17. मध्य प्रदेश के प्राचीन काल के साहित्यकार 'भर्तृहरि' किस राजा के ज्येष्ठ भ्राता थे?
(a) विक्रमादित्य
(b) चंद्रगुप्त
(c) दशरथ
(d) गोरखनाथ
व्याख्या: (a) प्रसिद्ध लोक कथाएं एवं जनश्रुति के अनुसार कवि भर्तृहरि सम्राट विक्रमादित्य के
ज्येष्ठ भ्राता एवं उज्जैयनी के राजा थे। इनकी साधना स्थली उत्तर प्रदेश के चुनार में एवं समाधि स्थल राजस्थान के
अलवर जिले के सरिस्का में स्थित है।
टिप्पणी: राजा भर्तृहरि की जन्मतिथि लगभग 550 ई.पू. के आस-पास मानी जाती है। इन्हें संस्कृत साहित्य
में 'नीतिशास्त्र' और 'शृंगारशास्त्र' में उत्कृष्ट रचनाएं देने के लिए जाना जाता है।
व्याख्या: (b) भर्तृहरि एक महान संस्कृत कवि थे। इन्होंने नीतिशतक, शृंगारशतक, वैराग्यशतक नामक
'शतकत्रय' की उपदेशात्मक कहानियां रचित की है।
इन शतक रचनाओं में सौ-सौ श्लोक हैं, जो जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती हैं।
टिप्पणी: भर्तृहरि की यह त्रिशतक रचनाएं संस्कृत साहित्य के अद्भुत उदाहरण हैं, जिनमें नीतिशास्त्र,
शृंगारशास्त्र और वैराग्यशास्त्र के विषयों पर गहन विचार व्यक्त किए गए हैं।
19. भर्तृहरि की किस रचना में धन, अहंकार की निन्दा की गई है?
(a) वैराग्यशतक
(b) श्रृंगारशतक
(c) नीतिशतक
(d) भागवृती
व्याख्या: (c) नीतिशतक में भर्तृहरि ने अपने अनुभवों के आधार पर, लोक व्यवहार पर आश्रित नीति संबंधी श्लोकों का संग्रह किया है। इस रचना में भर्तृहरि ने एक ओर अज्ञानता, लोभ, धन, दुर्जनता, अहंकार आदि की निन्दा की है तो दूसरी ओर विद्या, सज्जनता, उदारता, स्वाभिमान, सहनशीलता, सत्य आदि गुणों की प्रशंसा भी की है।
टिप्पणी: संस्कृत विद्वान और टीकाकार भूधेन्द्र ने नीतिशतक को विभिन्न भागों में विभक्त किया है, जिन्हें 'पद्धति' कहा गया है।
20. भर्तृहरि की किस प्रसिद्ध रचना को त्रिकांडी भी कहा जाता है?
(a) नीतिशतक
(b) वैराग्यशतक
(c) वाक्यपदीय
(d) मीमांसा
व्याख्या: (c) वाक्यपदीय, संस्कृत व्याकरण का एक प्रसिद्ध ग्रंथ है जिसे त्रिकांडी भी कहा जाता है। वस्तुतः वाक्यपदीय, व्याकरण श्रृंखला का मुख्य दार्शनिक ग्रंथ है। यह ग्रंथ तीन भागों में विभक्त है जिन्हें 'कांड' कहते हैं। यह समस्त ग्रंथ पद्य में लिखा गया है। प्रथम भाग 'ब्रह्मकांड' है जिसमें 157 कारिकाएं हैं, दूसरा 'वाक्यकांड' है जिसमें 493 कारिकाएं हैं और तीसरा 'पदकांड' के नाम से प्रसिद्ध है।
21. शब्द धातु समीक्षा किसकी प्रसिद्ध रचना है?
(a) कालिदास
(b) बाणभट्ट
(c) भर्तृहरि
(d) भवभूति
व्याख्या: (c) शब्द धातु समीक्षा भर्तृहरि की प्रसिद्ध रचना है।
भर्तृहरि की अन्य रचनाएं-
नीति शतक
वैराग्य शतक
श्रृंगार शतक
मीमांसा सूत्रवृत्ति
शब्द धातु समीक्षा
महाभाष्य त्रिपदी
भागवती महाभाष्य दीपिका
वाक्यपदीय वृत्ति
वेदांत सूत्रवृत्ति।
22. भवभूति किस शासक के दरबारी कवि थे?
(a) चंद्रगुप्त
(b) यशोवर्मन
(c) चंद्रगुप्त
(d) हर्षवर्धन
व्याख्या: (b) भवभूति संस्कृत के महान कवि एवं सर्वश्रेष्ठ नाटककार थे। उनके नाटक, कालिदास के नाटकों के समतुल्य माने जाते हैं। इतिहासकारों के अनुसार राजतरंगिणी के उल्लेख से स्पष्ट होता है कि ये कान्यकुब्ज के नरेश यशोवर्मन के सभा पंडित थे, जिन्हें ललितादित्य ने पराजित किया था। टिप्पणी: 'गउडवहो' के निर्माता वाक्यपतिराज भी यशोवर्मन के दरबार में थे अतः भवभूति का समय भी आठवीं शताब्दी का पूर्वार्द्ध सिद्ध होता है। विशेष: भवभूति का जन्म पद्मपुर में एक देशस्थ ब्राह्मण परिवार में हुआ था। यह स्थान महाराष्ट्र के गोंदिया जिले में महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है।
23. प्राचीन भारत का मिल्टन किसे कहा जाता है?
(a) भवभूति
(b) बाणभट्ट
(c) कालिदास
(d) चाणक्य
व्याख्या: (a) भवभूति द्वारा रचित तीन नाटक 'शतकत्रय' की प्रसिद्धि के चलते इन्हें 'भारत का मिल्टन' कहा जाता है।
24. महावीरचरित के रचनाकार कौन हैं?
(a) बाणभट्ट
(b) भवभूति
(c) कालिदास
(d) पद्माकर
व्याख्या: (b) महावीरचरित भवभूति का वीर रस प्रधान प्रसिद्ध नाटक है जिसमें राम विवाह से लेकर राज्याभिषेक तक की कथा निबद्ध की गई है। कवि ने कथा में कई काल्पनिक परिवर्तन किए हैं, जिनसे चिर परिचित रामकथा में रोचकता आ गई है। टिप्पणी: कुछ टीकाकारों का यह विश्वास है कि महावीरचरित के कवि का नाम नीलकंठ था और भवभूति उपाधि थी, जो उन्हें कुछ विशेष पदों की रचना की प्रशंसा में मिली थी।
25. निम्न में से कौन सा नाटक भवभूति का नहीं है?
(a) महावीरचरितम
(b) उत्तररामचरितम
(c) मालतीमाधव
(d) इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: (d) दिए गए विकल्प के सभी तीन नाटक भवभूति के हैं। मालतीमाधव: इस नाटक में मालती और माधव की प्रेमकथा का वर्णन है। युवावस्था के उन्मादक प्रेम का इसमें उत्कृष्ट वर्णन है। इस नाटक में प्रकृति का विशेष वर्णन चित्र प्राप्त होता है। महावीरचरित: इस नाटक में रामविवाह से लेकर राज्याभिषेक तक की कथा वर्णित की गई है। उत्तररामचरित: संस्कृत साहित्य में करुण रस का नाटक है। इसमें सात अंकों में राम के अभिषेक के बाद उत्तर जीवन को चित्रित किया गया है। इस नाटक में सीता निर्वासन की कथा मुख्य है। अंतर यह है कि रामायण में जहां इस कथा में सीता का अंतर्धान शोकपूर्ण है, वहीं इस नाटक की समाप्ति राम सीता के सुखद मिलन से की गई है।
26. बाणभट्ट किस भारतीय शासक के दरबारी कवि थे?
(a) चंद्रगुप्त मौर्य
(b) कनिष्क
(c) हर्षवर्धन
(d) अशोक
व्याख्या: (c) बाणभट्ट सातवीं शताब्दी के संस्कृत गद्य लेखक और कवि थे। वह राजा हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे। उनके दो प्रमुख ग्रंथ हैं, हर्षचरितम तथा कादंबरी। टिप्पणी: हर्षचरितम, राजा हर्षवर्धन का जीवन चरित्र था और कादंबरी विश्व का पहला उपन्यास माना जाता है।
27. निम्न में से कौन सी रचना बाणभट्ट की है?
(a) चंडिशतक
(b) पार्वती परिणय
(c) मुकुट ताड़ीतक
(d) उपरोक्त सभी
व्याख्या: (d) चंडिशतक, पार्वती परिणय, मुकुट ताड़ीतक आदि के रचनाकार बाणभट्ट हैं। चण्डीशतक: की रचना बाणभट्ट द्वारा की गई। इस पर महाराणा कुंभा द्वारा टीका लिखी गई।
28. आचार्य केशवदास का जन्म कब हुआ था?
(a) 1457 ई.
(b) 1555 ई.
(c) 1650 ई.
(d) 1725 ई.
व्याख्या: (b) आचार्य केशवदास का जन्म 1555 ई. में निवाड़ी जिले के ओरछा नगर में हुआ था। केशव संस्कृत काव्य शास्त्र का सम्यक् परिचय कराने वाले हिंदी के प्राचीन आचार्य और कवि थे। टिप्पणी: आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने इनका जन्म काल 1515 ई. माना है। विशेष: हिंदी में सर्वप्रथम केशवदास जी ने ही काव्य के विभिन्न अंगों का शास्त्रीय पद्धति से विवेचन किया।
29. निम्न में से किस कवि को 'कठिन काव्य का प्रेत' कहा जाता है?
(a) कवि पद्माकर
(b) केशवदास
(c) राजा भोज
(d) भूषण
व्याख्या: (b) केशव संस्कृत के प्रकांड पंडित थे, अतः उनकी भाषा संस्कृत से अत्यधिक प्रभावित है। उन्होंने संस्कृत के तत्सम शब्दों को ही नहीं, संस्कृत की विभक्तियों को भी अपनाया है। कविता में 'भाषा की कठिनता के कारण केशवदास को कठिन काव्य का प्रेत' कहा जाता है।
30. हिंदी साहित्य का प्रथम आचार्य किसे माना जाता है?
(a) केशवदास
(b) पद्माकर
(c) माखनलाल चतुर्वेदी
(d) बाणभट्ट
व्याख्या: (a) केशवदासजी हिंदी साहित्य के प्रथम आचार्य हैं। हिंदी में सर्वप्रथम उन्होंने ही काव्य के विभिन्न अंगों का शास्त्रीय पद्धति से विवेचन किया। उनके काव्य में भाव पक्ष की अपेक्षा कला पक्ष की प्रधानता है और पांडित्य प्रदर्शन के कारण उन्हें 'कठिन काव्य का प्रेत' कह कर पुकारा जाता है। टिप्पणी: आचार्य रामचंद्र शुक्ल के शब्दों में केशव की रचना में सूर, तुलसी आदि की सी सरलता और तन्मयता चाहे न हो पर काव्यांगों का विस्तृत परिचय करा कर उन्होंने आगे के लिए मार्ग खोला।
31. रामचंद्रिका की रचना किसने की?
(a) भूषण
(b) केशवदास
(c) बाणभट्ट
(d) भवभूति
व्याख्या: (b) रामचंद्रिका एक प्रबंध काव्य है जिसकी रचना आचार्य केशवदास ने की। केशवदास के सभी ग्रंथों में रामचंद्रिका आकार में बड़ी है और प्रसिद्धि की दृष्टि से सर्वाधिक लोकप्रिय भी है। टिप्पणी: रामचंद्रिका 'रामचरितमानस' के बाद हिंदी का सबसे उल्लेखनीय राम संबंधी प्रबंधकाव्य है। संभवत: तुलसी के ग्रंथ की लोकप्रियता ने ही केशव को रामकाव्य की ओर प्रेरित किया और उन्होंने अपनी मौलिकता सिद्ध करने के लिए एक भिन्न ढंग से कथा उठाई है।
32. निम्न में से केशवदास की कौन सी रचना एक प्रबंध काव्य है?
(a) विज्ञान गीता
(b) वीरसिंहदेव चरित
(c) जहांगीर रसचंद्रिका
(d) उपरोक्त सभी
व्याख्या: (d) महाकवि केशवदास 'रीतिकाल' के प्रतिनिधि कवि के रूप में समादत हैं। उन्होंने एक ओर तो कविप्रिया, रसिकप्रिया जैसे रीतिग्रंथों की रचना की तो दूसरी ओर विज्ञान गीता, वीरसिंहदेव चरित, जहांगीर रसचंद्रिका, रतनबावनी और 'रामचंद्रिका' जैसे प्रसिद्ध प्रबंध काव्यों की रचना की है।
33. निम्न में से किस कवि ने कवि प्रिया एवं रसिकप्रिया नामक मुक्तक की रचना की?
(a) केशवदास
(b) राजा भोज
(c) भूषण
(d) बाणभट्ट
व्याख्या: (a) रसिकप्रियां व कविप्रिया मुक्तक काव्य है, जिनकी रचना आचार्य केशवदास ने की थी। कविप्रिया: कविप्रिया- रीति काल के प्रसिद्ध कवि केशव द्वारा लिखा गया ग्रंथ है। कविप्रिया कविजनों का मार्गदर्शक ग्रंथ कहा जा सकता है। इसमें कवि कर्त्तव्यों तथा अलंकारों का विवेचन है। रसिकप्रिया: रसिकप्रिया आचार्य केशवदास की प्रसिद्ध रचना है। काव्यशास्त्र में रसविवेचन का प्रमुख स्थान है, इस दृष्टि से केशव ने इस इस ग्रंथ में रस का विशद वर्णन किया है। श्रृंगार रस को केशवदास ने 'रसराज' माना है।
34. किस कवि ने शिवा बावनी की रचना की?
(a) बाणभट्ट
(b) भूषण
(c) राजा भोज
(d) भवभूति
व्याख्या: (b) शिवा-बावनी भूषण द्वारा रचित 52 छंदों का वीर काव्य है। जिसमें छत्रपति शिवाजी महाराज के शौर्य, पराक्रम आदि का ओजपूर्ण वर्णन है। इसमें इस बात का वर्णन है कि किस प्रकार उन्होंने हिंदू धर्म और राष्ट्र की रक्षा की।
35. मध्य प्रदेश के मध्यकालीन साहित्यकारों में किस कवि का वास्तविक नाम घनश्याम था?
(a) पद्माकर
(b) केशवदास
(c) राजाभोज
(d) भूषण
व्याख्या: (d) मध्य प्रदेश के मध्यकालीन साहित्यकारों में भूषण प्रसिद्ध कवि थे, जिनका वास्तविक नाम घनश्याम था। शिवराज भूषण ग्रंथ के एक दोहे के अनुसार 'भूषण' उनकी उपाधि है जो उन्हें चित्रकूट के राजा हृदयराम के पुत्र रुद्रशाह ने दी थी। टिप्पणी: भूषण का काव्य छत्रपति शिवाजी एवं बुंदेलखंड के राजा छत्रसाल के समकालीन माना जाता है।
36. वीररस के कवि भूषण के काव्य की भाषा क्या थी?
(a) ब्रज
(b) अवधी
(c) बुंदेली
(d) संस्कृत
व्याख्या: (a) भूषण ने अपने काव्य की रचना ब्रजभाषा में की। वे सर्वप्रथम कवि हैं, जिन्होंने ब्रज भाषा को वीररस की कविता के लिए अपनाया। टिप्पणी: भूषण की ब्रज भाषा में उर्दू, अरबी, फारसी आदि भाषाओं के शब्दों की भरमार है। जंग, आफताब, फौज आदि शब्दों का खुल कर प्रयोग हुआ है। शब्दों का चयन वीर रस के अनुकूल है। मुहावरों और लोकोक्तियों का प्रयोग भी सुंदरता से हुआ है।
37. निम्न में से कौन सी रचना कवि भूषण की नहीं है?
(a) शिवराज भूषण
(b) भूषण हजारा
(c) भूषण उल्लास
(d) इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: (d) मध्यकालीन साहित्यकारों में भूषण रीतिकाल के प्रमुख कवि माने जाते हैं जिनका समय 1613 से 1715 ई. के मध्य है। परवर्ती साहित्यकारों ने इनके छह ग्रंथ माने हैं:
- शिवराज भूषण
- शिवा-बावनी
- छत्रसाल दशक
- भूषण उल्लास
- भूषण हजारा
- छंदमाला टिप्पणी: कवि भूषण के उपरोक्त ग्रंथों में शिवराज भूषण, छत्रसाल दशक व शिवा बावनी ही उपलब्ध हैं।
38. कवि पद्माकर का जन्म मध्य प्रदेश के किस जिले में हुआ था?
(a) छतरपुर
(b) जबलपुर
(c) दमोह
(d) सागर
व्याख्या: (d) कवि पद्माकर का जन्म मध्य प्रदेश के सागर जिले में 1753 ई. में हुआ था। इन्हें रीति काल का अंतिम सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि कवि माना जाता है, इनकी कविता में ब्रजभाषा का शुद्ध रूप देखने को मिलता है। टिप्पणी: पद्माकर को ग्वालियर के राजा दौलतराव सिंधिया का संरक्षण प्राप्त था। विशेष: ये कुछ समय तक नागपुर के 'महाराज रघुनाथ राव (अप्पा साहब)' के यहां रहे, फिर पन्ना के 'महाराज हिंदूपति' के गुरू कहलाए। वहां से वे फिर जयपुर नरेश महाराजा प्रतापसिंह के यहां जा कर रहे, जहां इन्हें 'कविराज शिरोमणि' की उपाधि और जागीर मिली।
39. निम्न में से किस कवि ने गंगा लहरी, प्रबोध पचासा, राग रसायन जैसे ग्रंथों की रचना की?
(a) सुभद्रा कुमारी चौहान
(b) बाणभट्ट
(c) पद्माकर
(d) भूषण
व्याख्या: (c) रीतिकाल के ब्रजभाषा कवियों में पद्माकर का महत्वपूर्ण स्थान है। वे हिंदी साहित्य के रीतिकालीन कवियों में अंतिम चरण के सुप्रसिद्ध और विशेष सम्मानित कवि थे। पद्माकर की प्रमुख रचनाएं:
- गंगा लहरी
- प्रबोध पचासा
- राम रसायन
- जयसिंह विरुदावली
- हिम्मत बहादुर
- प्रबोध चंद्रोदय
- प्रताप विरुदावली
40. परमार वंश के महान शासक राजा भोज ने किस ग्रंथ की रचना की?
(a) राग रसायन
(b) सरस्वतीकंठाभरण
(c) रामचंद्रिका
(d) कादंबरी
व्याख्या: (b) परमार वंश के महान शासक राजा भोज एक विद्वान कवि, दार्शनिक और ज्योतिषी थे, जिन्होंने मालवा की राजधानी धारा नगरी (धार) पर सन 1000 ई. से 1055 ई. तक राज्य किया। सरस्वतीकंठाभरण ग्रंथ की रचना राजा भोज ने की जिसका शाब्दिक अर्थ है 'सरस्वती के कंठ की माला'। सरस्वतीकंठाभरण काव्य तत्व का विवेचन करने वाला संस्कृत साहित्य-शास्त्र का प्रसिद्ध ग्रंथ है।
टिप्पणी- राग रसायन की रचना कवि पद्माकर ने जब कि रामचंद्रिका की रचना आचार्य केशवदास ने एवं कादंबरी की रचना कवि बाणभट्ट ने की थी।
41. चंपूरामायण किस कवि द्वारा रचित काव्य है?
(a) कवि पद्माकर
(b) कालिदास
(c) राजा भोज
(d) भूषण
व्याख्या: (c) परमार वंश के महान शासक राजा भोज ने चंपूरामायण काव्य की रचना की जो एक सुप्रसिद्ध चंपूकाव्य है।
राजा भोज की निम्नलिखित प्रमुख रचनाएं हैं-
सरस्वतीकंठाभरण
श्रृंगारमंजरी
तत्वप्रकाश
चारुचर्या
42. एक भारतीय आत्मा के नाम से प्रसिद्ध माखनलाल चतुर्वेदी जी का जन्म किस जिले में हुआ था?
(a) भोपाल
(b) होशंगाबाद
(c) रायसेन
(d) ग्वालियर
व्याख्या: (b) हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि, लेखक एवं पत्रकार पंडित माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म 4 अप्रैल 1889को होशंगाबाद के बावई में नन्दलाल चतुर्वेदी के घर में हुआ था। इनका निधन 30 जनवरी, 1968 को भोपाल में हुआ था।
43. मध्य प्रदेश के आधुनिक साहित्यकार माखनलाल चतुर्वेदी के संदर्भ में असत्य कथन का चुनाव कीजिए-
(a) माखनलाल जी ने प्रभा और कर्मवीर समाचार पत्रों का संपादन किया।
(b) इन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया।
(c) इन्होंने खंडवा जिले में अध्यापक की नौकरी की।
(d) उपरोक्त सभी कथन सत्य हैं।
व्याख्या: (d) माखनलाल चतुर्वेदी भारत के ख्याति प्राप्त कवि, लेखक और पत्रकार थे जिनकी रचनाएं अत्यंत लोकप्रिय हुईं। सरल भाषा और ओजपूर्ण भावनाओं के वे अनूठे हिंदी रचनाकार थे।
प्रभा और कर्मवीर जैसे प्रतिष्ठित पत्रों के संपादक के रूप में उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ जोरदार प्रचार किया।
इन्होंने असहयोग आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में भी हिस्सा लिया।
माधवराव सप्रे के समाचारपत्र 'हिंदी केसरी' ने वर्ष 1908 में 'राष्ट्रीय आंदोलन और बहिष्कार' विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसमें खंडवा के युवा अध्यापक माखनलाल चतुर्वेदी का निबंध सर्वश्रेष्ठ चुना गया।
44. माखनलाल चतुर्वेदी की किस कृति के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया?
(a) हिमकिरिटनी
(b) समर्पण
(c) हिमतरंगिणी
(d) मरण ज्वार
व्याख्या: (c) हिमतरंगिणी हिंदी के विख्यात साहित्यकार माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा रचित एक कविता संग्रह है, जिसके लिये उन्हें वर्ष 1955 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
टिप्पणी- साहित्य अकादमी पुरस्कारों का प्रारंभ वर्ष 1954 में हुआ था, जिसमें माखनलाल जी ने हिंदी साहित्य का प्रथम पुरस्कार इस कृति के लिए जीता।
45. माखनलाल चतुर्वेदी जी की किस कृति पर उन्हें देव पुरस्कार से सम्मानित किया गया?
(a) हिमतरंगिनी
(b) हिमकिरीटिनी
(c) समर्पण
(d) पुष्प की अभिलाषा
व्याख्या: (b) एक भारतीय आत्मा के नाम से प्रसिद्ध माखनलाल चतुर्वेदी जी को भारत छोड़ो आंदोलन के प्रारंभ होने के बाद वर्ष 1943 में उनकी रचना 'हिम किरीटिनी' हेतु हिंदी साहित्य के सबसे बड़े सम्मान 'देव पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
46. माखनलाल चतुर्वेदी जी को किस वर्ष पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया?
(a) वर्ष 1960
(b) वर्ष 1963
(c) वर्ष 1965
(d) वर्ष 1968
व्याख्या: (b) हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि माखनलाल चतुर्वेदी जी को वर्ष 1963 में पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
टिप्पणी- 10 सितंबर, 1967 को राष्ट्रभाषा हिंदी पर आघात करने वाले राजभाषा संविधान संशोधन विधेयक के विरोध में माखनलाल जी ने यह पुरस्कार लौटा दिया था।
47. माखनलाल रचित निम्न में से कौन सी रचना गद्य शैली की कृति है?
(a) मरणज्वार
(b) समर्पण
(c) साहित्य के देवता
(d) उठ नहान
व्याख्या: (c) हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि माखनलाल चतुर्वेदी ने गद्य और पद्य दोनों ही शैलियों में रचनाएं की हैं। प्रमुख गद्य रचनाएं:
कृष्णार्जुन युद्ध
साहित्य के देवता
समय के पांव
अमीर इरादे-गरीब इरादे
प्रमुख पद्य रचनाएं:
हिमकिरीटिनी, हिमतगणी
युगचरण
समर्पण
मरण ज्वार
माता
वे लोगूंजे ध
बीजुरी काजल आंच रही
48. हिंदी के प्रसिद्ध कवि गजानन माधव मुक्तिबोध का जन्म कब हुआ था?
(a) वर्ष 1913
(b) वर्ष 1915
(c) वर्ष 1917
(d) वर्ष 1919
व्याख्या: (c) गजानन माधव मुक्तिबोध जी का जन्म 13 नवंबर, 1917 को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में हुआ था। मुक्तिबोध हिंदी साहित्य के प्रमुख कवि, आलोचक, निबंधकार, कहानीकार तथा उपन्यासकार थे। टिप्पणी: गजानन माधव मुक्तिबोध को प्रगतिशील कविता और नयी कविता के बीच का एक सेतु भी माना जाता है। मुक्तिबोध 'तारसप्तक' के पहले कवि थे। मनुष्य की अस्मिता, आत्मसंघर्ष और प्रखर राजनैतिक चेतना से समृद्ध उनकी कविता पहली बार 'तारसप्तक' के माध्यम से सामने आई।
'चांद का मुंह टेढ़ा है' किस कवि की प्रसिद्ध रचना है?
(a) माखनलाल चतुर्वेदी
(b) सुभद्रा कुमारी चौहान
(c) गजानन माधव मुक्तिबोध
(d) बालकृष्ण शर्मा नवीन
व्याख्या: (c) 'चांद का मुंह टेढ़ा है', वर्ष 1964 में भारतीय ज्ञानपीठ के सौजन्य से गजानन माधव मुक्तिबोध के द्वारा रचित कविता संग्रह है। इस कविता संग्रह को नई कविता की श्रेणी में रखा गया है। टिप्पणी: ज्ञात हो कि इस कविता की रचना के बाद गजानन माधव मुक्तिबोध का निधन हो गया था।
50. कामायनी एक पुनर्विचार के रचनाकार कौन है?
(a) जयशंकर प्रसाद
(b) मुंशी प्रेमचंद
(c) गजानन माधव मुक्तिबोध
(d) सुभद्रा कुमारी चौहान
व्याख्या: (c) कामायनी : एक पुनर्विचार गजानन माधव मुक्तिबोध द्वारा रचित समकालीन साहित्य के मूल्यांकन के संदर्भ में, नए मूल्यों का ऐतिहासिक दस्तावेज है। इसके द्वारा मुक्तिबोध ने पुरानी पद्धति से एकदम हटकर जयशंकर प्रसाद जी की कामायनी को एक विराट के रूप में व्याख्यायित किया है।
51. निम्न में से कौन सी रचना मुक्तिबोध का कहानी संग्रह है ?
(a) भूरी-भूरी खाक धूल
(b) काठ का सपना
(c) विपात्र
(d) चांद का मुंह टेढ़ा है
व्याख्या: (b) गजानन माधव मुक्तिबोध ने कविता संग्रह, कहानी संग्रह, उपन्यास एवं आलोचना कृतियों की रचना की है जिसमें काठ का सपना एक प्रसिद्ध कहानी संग्रह है। कविता संग्रह: चांद का मुंह टेढ़ा है, भूरी-भूरी खाक धूल कहानी संग्रह: काठ का सपना, सतह से उठता आदमी उपन्यास: विपात्र, भारत: इतिहास और संस्कृति आलोचनात्मक कृतियां: कामायनी : एक पुनर्विचार, नई कविता का आत्म संघर्ष, नए साहित्य का सौंदर्यशास्त्र, समीक्षा की समस्याएं
52. सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म कब हुआ था?
(a) वर्ष 1917
(b) वर्ष 1902
(c) वर्ष 1904
(d) वर्ष 1912
व्याख्या: (c) हिंदी की सुप्रसिद्ध कवियत्री एवं लेखिका सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म 16 अगस्त, 1904 को वर्तमान प्रयागराज के निहालपुर गांव में तथा उनका विवाह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के निवासी ठाकुर लक्ष्मण सिंह के साथ हुआ था। 15 फरवरी 1948 को सिवनी जिले में सड़क दुर्घटना में सुभद्रा कुमारी की मृत्यु हो गई।
53. जलियांवाला बाग में बसंत किसकी प्रसिद्ध कविता है?
(a) कामता प्रसाद गुरु
(b) भवानी प्रसाद मिश्र
(c) सुभद्रा कुमारी चौहान
(d) बालकवि बैरागी
व्याख्या: (c) हिंदी की प्रसिद्ध कवियत्री सुभद्रा कुमारी चौहान ने भारतीय स्वाधीनता आंदोलन से प्रेरित होकर राष्ट्र प्रेम पर कविताओं की रचना की जिनमें 'झांसी की रानी' और 'जलियांवाला बाग में बसंत' सर्वाधिक प्रसिद्ध कविताएं हैं। टिप्पणी: सुभद्रा कुमारी चौहान की जीवनी इनकी पुत्री 'सुधा चौहान' ने 'मिला तेज से तेज' नामक पुस्तक में लिखी है। विशेष: सुभद्रा कुमारी अपने विवाह बाद जबलपुर आ गई और महात्मा गांधी जी के असहयोग आंदोलन में हिस्सा लेने वाली संभवत: प्रथम महिला थीं।
54. निम्नलिखित में से कौन सी रचना सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित है?
(a) मुकुल
(b) बिखरे मोती
(c) सीधे-साधे चित्र
(d) उपरोक्त सभी
व्याख्या: (d) सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म प्रयागराज के निहालपुर गांव में ठाकुर रामनाथ सिंह के घर में हुआ था। प्रयागराज में प्रारंभिक शिक्षा प्राप्ति के बाद सुभद्रा कुमारी बाल्यावस्था से ही देश भक्ति की भावना से प्रभावित हो गई थीं। इन्होंने असहयोग आंदोलन में भाग लिया। विवाह के पश्चात भी सुभद्रा कुमारी ने राजनीति में सक्रिय भूमिका का निर्वाह किया। दुर्भाग्यवश मात्र 43 वर्ष की अवस्था में एक सड़क दुर्घटना में इनकी मृत्यु हो गई। टिप्पणी:
इन्होंने 'मुकुल' तथा 'बिखरे मोती' पर अलग-अलग से 'केसरिया पुरस्कार' प्राप्त किए। भारतीय तटरक्षक बल ने 28 अप्रैल, 2006 को सुभद्रा कुमारी चौहान की राष्ट्रप्रेम की भावना को सम्मानित करने के लिए तात्कालिक नियुक्त तटरक्षक जहाज को सुभद्रा कुमारी चौहान का नाम दिया था। भारतीय डाक तार विभाग ने 6 अगस्त, 1976 को सुभद्रा कुमारी चौहान के सम्मान में 25 पैसे का एक डाक-टिकट जारी किया था। सुभद्रा कुमारी चौहान की प्रमुख रचनाएं: कहानी संग्रह: बिखरे मोती-1932, उन्मादिनी-1934, सीधे-साधे चित्र 1947, सीधे-साधे चित्र - 1984 कविता संग्रह: मुकुल, त्रिधारा बाल साहित्य: झांसी की रानी, कदम्ब का पेड़, सभा का खेल
55. पंडित बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' का जन्म कहां हुआ था?
(a) रायसेन
(b) श्योपुर
(c) शाजापुर
(d) भोपाल
व्याख्या: (c) बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' का जन्म 8 दिसम्बर, 1897 को मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के ग्राम भयाना में हुआ था। उनके पिता जमुनादास शर्मा, बल्लभ मत के अनुयायी थे और नाथ द्वारा के मंदिरों में पुरोहिती करते थे।
56. पंडित बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' किस पत्रिका के सम्पादक रहे हैं?
(a) प्रताप
(b) प्रभा
(c) 'अ' एवं 'ब' दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: (c) नवीन जी द्विवेदी युग के कवि हैं। इनकी कविताओं में भक्ति भावना, राष्ट्र प्रेम तथा विद्रोह का स्वर प्रमुखता से आया है। पंडित बालकृष्ण शर्मा नवीन ने ब्रजभाषा के प्रभाव से युक्त खड़ी बोली हिंदी में काव्य रचना की। इन्होंने प्रताप तथा प्रभा नामक पत्रिका का संपादन किया।
57. निम्न में से कौन राजभाषा आयोग के सदस्य थे?
(a) भवानी प्रसाद मिश्र
(b) डॉ. बशीर बद्र
(c) पंडित बालकृष्ण शर्मा नवीन
(d) नरेश मेहता
व्याख्या: (c) बालकृष्ण शर्मा एक अच्छे गद्यकार के साथ जागरूक पत्रकार थे। वर्ष 1955 में इन्हे राजभाषा आयोग का सदस्य बनाया गया। इसके बाद वे माखनलाल चतुर्वेदी और मैथिलीशरण गुप्त के संपर्क में आए तत्पश्चात इन्होंने कांग्रेस के अधिवेशन में निरंतर भाग लिया।
58. 'उर्मिला' नामक महाकाव्य की रचना किसने की?
(a) बालकृष्ण शर्मा नवीन
(b) भवानी प्रसाद मिश्र
(c) हरिशंकर परसाई
(d) कामता प्रसाद गुरू
व्याख्या: (a) उर्मिला नामक 'महाकाव्य' की रचना बालकृष्ण शर्मा नवीन ने वर्ष 1954 में की। इसके अतिरिक्त 'प्राणार्पण' नामक खंडकाव्य भी पंडित बालकृष्ण द्वारा लिखा गया है।
59. बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' को किस वर्ष पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया?
(a) वर्ष 1955
(b) वर्ष 1960
(c) वर्ष 1962
(d) वर्ष 1965
व्याख्या: (b) राष्ट्रवादी कवि पंडित बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' को अपनी साहित्यक रचनाओं के लिए वर्ष 1960 में पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। टिप्पणी: ध्यातव्य हो कि बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' का निधन 29 अप्रैल, 1960 को हुआ था।
60. निम्न में से कौन सी रचना पंडित बालकृष्ण शर्मा नवीन की है?
(a) कुमकुम
(b) रश्मिरेखा
(c) प्राणर्पण
(d) उपरोक्त सभी
व्याख्या: (d) पंडित बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' ने उर्मिला, प्राणार्पण, कुमकुम जैसे काव्यों की रचना की। बालकृष्ण शर्मा नवीन की प्रमुख रचनाएं:
कुमकुम - 1939
अपलक - 1951
रश्मिरेखा - 1951
क्वासि - 1952
विनोबारतदन - 1954
हम विषपायी जन्म के वर्ष 1964
उर्मिला महाकाव्य: उर्मिला महाकाव्य के प्रणयन में आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की प्रेरणा की झलक साफ देखी जा सकती है। इस कृति में उर्मिला के जन्म से लेकर लक्ष्मण से पुनर्मिलन तक की कथा का वर्णन किया गया है, लेकिन उर्मिला का विरह-वर्णन कला की दृष्टि से सबसे सरस बन पड़ा है।
61. भवानी प्रसाद मिश्र का जन्म कब हुआ था?
(a) वर्ष 1897
(b) वर्ष 1913
(c) वर्ष 1983
(d) वर्ष 1923
व्याख्या: (b) भवानी प्रसाद मिश्र का जन्म 29 मार्च, 1913 को होशंगाबाद में एवं मृत्यु 20 फरवरी, 1985 को नरसिंहपुर में हुई थी। ये हिंदी के प्रसिद्ध कवि तथा गांधीवादी विचारक थे। टिप्पणी: भवानी प्रसाद मिश्र 'दूसरे सप्तक' के प्रथम कवि हैं। गांधी दर्शन का प्रभाव तथा झलक उनकी कविताओं में साफ देखी जा सकती है।
62. भवानी प्रसाद मिश्र की प्रथम रचना कौन सी थी?
(a) त्रिकाल संध्या
(b) खुशबू के शिलालेख
(c) गीत फरोश
(d) मानसरोवर दिन
व्याख्या: (b) भवानी प्रसाद मिश्र प्रसिद्ध गांधीवादी विचारक थे। उन्होंने अनेक कृतियों की रचना की जिसमें उनका प्रथम संग्रह 'गीत फरोश' था जो अपनी नई शैली, नई उद्भावनाओं और नये पाठ प्रवाह के कारण अत्यंत लोकप्रिय हुआ। टिप्पणी: इनके समर्थक उन्हें 'भवानी भाई' कहकर भी संबोधित किया करते थे।
63. भवानी प्रसाद मिश्र की किस रचना के लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया?
(a) अंधेरी कविताएं
(b) गांधी पंचशती
(c) बुनी हुई रस्सी
(d) खुशबू के शिलालेख
व्याख्या: (c) 'बुनी हुई रस्सी' हिंदी के विख्यात साहित्यकार भवानी प्रसाद मिश्र द्वारा रचित एक कविता संग्रह है जिसके लिये उन्हें वर्ष 1972 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। टिप्पणी: वर्ष 1981-82 में इन्हें उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान का साहित्यकार सम्मान दिया गया। वर्ष 1983 में उन्हें मध्य प्रदेश शासन के शिखर सम्मान से अलंकृत किया गया। विशेष: इन्होंने आपातकाल के दौरान नियम पूर्वक सुबह दोपहर शाम तीनों वेलाओं में अपनी कवितायें लिखी जो बाद में 'त्रिकाल संध्या नामक' पुस्तक में प्रकाशित हुई।
64. प्रसिद्ध पर्यावरणविद् अनुपम मिश्र किस साहित्यकार के पुत्र थे?
(a) बालकृष्ण शर्मा
(b) प्रभु दयाल मिश्र
(c) कवि प्रदीप मिश्र
(d) भवानी प्रसाद मिश्र
व्याख्या: (d) अनुपम मिश्र का जन्म महाराष्ट्र के वर्धा में श्रीमती सरला मिश्र और प्रसिद्ध हिंदी कवि भवानी प्रसाद मिश्र के यहां वर्ष 1948 में हुआ। ये एक जाने माने लेखक, संपादक, छायाकार और गांधीवादी पर्यावरणविद् थे। प्रमुख रचनाएं:
- राजस्थान की रजत बूंदे
- आज भी खरे हैं तालाब (ब्रेल लिपि सहित तेरह भाषाओं में प्रकाशित)
- साफ माथे का समाज विशेष:
- वर्ष 1996 में उन्हें देश के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार 'इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार' से भी सम्मानित किया जा चुका है।
- वर्ष 2007-08 में अनुपम मिश्र को मध्य प्रदेश सरकार के चंद्रशेखर आजाद राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- अनुपम मिश्र को कृष्ण बलदेव वेद पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
- 'आज भी खरे हैं तालाब' के लिए वर्ष 2011 में उन्हें देश के प्रतिष्ठित जमनालाल बजाज पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
65. निम्न में से कौन सी रचना भवानी प्रसाद मिश्र की है?
(a) त्रिकाल संध्या
(b) जिन्होंने मुझे रचा
(c) तुकों के खेल
(d) उपरोक्त सभी
व्याख्या: (d) दिए गए विकल्पों में सभी रचनाएं भवानी प्रसाद मिश्र द्वारा रचित हैं।
भवानी प्रसाद मिश्र की रचनाएं-
कविता संग्रह-
गीत फरोश, चकित है दुख, गांधी पंचशती, बुनी हुई रस्सी, खुशबू के शिलालेख, त्रिकाल संध्या, व्यक्तिगत, तुम आते हो, फसलें और फूल, मानसरोव के दिन, सम्प्रति, अंधेरी कविताएं, पूसकी आग, कालजयी, अनाम नीली रेखा तक और सन्नाटा।
बाल कविताएं- तुकों के खेल
संस्मरण- जिन्होंने मुझे रचा
निबन्ध संग्रह- कुछ नीति कुछ राजनीति।
66. प्रसिद्ध कविता संग्रह 'आस' की रचना किसने की थी?
(a) शरद जोशी
(b) कामता प्रसाद गुरू
(c) मुल्ला रामोजी
(d) डॉ. बशीर बद्र
व्याख्या: (d) उर्दू के प्रसिद्ध शायर डॉ. बशीर बद्र का जन्म 15 फरवरी, 1945 को कानपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ था तथा बाद में यह भोपाल के निवासी हो गए। इन की प्रसिद्ध रचना 'आस' नामक कविता संग्रह को वर्ष 1994 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया, आस में बशीर बद्र की रचनात्मकता का उत्कृष्ट रूप मौजूद है। टिप्पणी: इनका पूरा नाम सैयद मोहम्मद बशीर है। वर्तमान समय के मशहूर शायर और गीतकार नुसरत बद्र इनके सुपुत्र हैं।
67. उर्दू के प्रसिद्ध शायर डॉ. बशीर बद्र को किस वर्ष पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया?
(a) वर्ष 1994
(b) वर्ष 1995
(c) वर्ष 1999
(d) वर्ष 2001
व्याख्या: (c) उर्दू के प्रसिद्ध शायर डॉ. बशीर बद्र ने ओस की बूंदें, हिंदी तुम्हारे लिए, रोशनी के घरों से आदि रचनाएं की। मेरठ विश्वविद्यालय में उर्दू प्राध्यापक डॉ. बशीर बद्र को वर्ष 1999 में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया।
68. निम्न में से कौन सी रचना डॉ. बशीर बद्र द्वारा रचित नहीं है?
(a) हिंदी तुम्हारे लिए
(b) उजाले अपनी राहों के
(c) रौशनी के घरौंदे
(d) इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: (d) डॉ. बशीर बद्र का पूरा नाम सैयद मोहम्मद बशीर है। वर्ष 1999 में भारत सरकार द्वारा इन्हें 'पद्मश्री' से सम्मानित किया गया।
इनकी प्रमुख रचनाएं निम्नलिखित हैं-
- उजाले अपनी यादों के
- उजालों की परियां
- आस
- रोशनी के घरौंदे
- हिंदी तुम्हारे लिए
- कौंच
69. हरिशंकर परसाई का जन्म किस जिले में हुआ था?
(a) सिवनी
(b) छतरपुर
(c) सागर
(d) होशंगाबाद
व्याख्या: (d) हरिशंकर परसाई का जन्म 22 अगस्त, 1924 को जमानी, होशंगाबाद में हुआ था। ये हिंदी के प्रसिद्ध लेखक और व्यंगकार थे। टिप्पणी: परसाई हिंदी के पहले रचनाकार हैं जिन्होंने व्यंग्य को विधा का दर्जा दिलाया और उसे मनोरंजन की परंपरागत श्रेणी से उठाकर समाज के व्यापक प्रश्नों से जोड़ा।
70. वसुधा एवं प्रहरी नामक साहित्य मासिक पत्रिका का संपादन कार्य किसने किया?
(a) डॉ. बशीर बद्र
(b) हरिशंकर परसाई
(c) शरद जोशी
(d) कामता प्रसाद गुरू
व्याख्या: (b) परसाई जी मूलतः एक व्यंगकार हैं। हालांकि उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए वसुधा एवं प्रहरी नामक साहित्यिक पत्रिकाओं के संपादन का कार्य भी किया। हरिशंकर परसाई इसके संस्थापक संपादक थे। वसुधा पत्रिका का प्रकाशन मूलतः मासिक रूप में आरंभ हुआ था, परंतु बाद में यह त्रैमासिक रूप में प्रकाशित होती रही है। नोट: जनवरी, 2005 से वसुधा पत्रिका का नाम प्रगतिशील वसुधा हो गया।
71. विकलांग श्रद्धा का दौर किसकी रचना है?
(a) शरद जोशी
(b) हरिशंकर परसाई
(c) कवि प्रदीप
(d) नरेश मेहता
व्याख्या: (b) विकलांग श्रद्धा का दौर हिंदी के विख्यात साहित्यकार हरिशंकर परसाई द्वारा रचित एक व्यंग्य है, जिसके लिए उन्हें वर्ष 1982 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
72. रानी नागफनी की कहानी नामक व्यंग के रचनाकार कौन है?
(a) कामता प्रसाद गुरु
(b) मुल्ला रामोजी
(c) चंद्रकांत देवताले
(d) इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: (d) रानी नागफनी की कहानी हरिशंकर परसाई द्वारा रचित एक व्यंग्य कथा है। इस रचना में परसाई जी ने 'फेंटसी' के माध्यम से वास्तविकता से कुछ पहलुओं की आलोचना की है।
73. निम्न में से कौन सी रचना हरिशंकर परसाई द्वारा रचित निबंध है?
(a) ज्वाला और जल
(b) हंसते हैं रोते हैं
(c) भोलाराम का जीव
(d) काग भगोड़ा
व्याख्या: (d) काग भगोड़ा एक प्रसिद्ध निबंध संग्रह है, जिसके रचनाकार हरिशंकर परसाई हैं। हरिशंकर परसाई की प्रमुख रचनाएं: कहानी संग्रह: हंसते हैं रोते हैं, जैसे उनके दिन फिरे, भोलाराम का जीव उपन्यास: रानी नागफनी की कहानी, तट की खोज, ज्वाला और जल संस्मरण: तिरछी रेखाएं निबंध संग्रह: तब की बात और थी, भूत के पांव पीछे, बेइमानी की परत, अपनी-अपनी बीमारी, प्रेमचंद के फटे जूते, माटी कहे कुम्हार से, काग भगोड़ा, आवारा भीड़ के खतरे, ऐसा भी सोचा जाता है, वैष्णव की फिसलन, पगडंडियों का जमाना, शिकायत मुझे भी है, उखड़े खंभे, सदाचार की ताबीज, विकलांग श्रद्धा का दौर, तुलसीदास चंदन घिसें, हम एक उम्र से वाकिफ हैं।
74. शरद जोशी का जन्म मध्य प्रदेश के किस जिले में हुआ था?
(a) नीमच
(b) ग्वालियर
(c) उज्जैन
(d) सागर
व्याख्या: (c) शरद जोशी का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में 21 मई, 1931 को हुआ था। कुछ समय तक यह सरकारी नौकरी में रहे, फिर इन्होंने लेखन को ही आजीविका के रूप में अपना लिया। आरंभ में इन्होंने कुछ कहानियां लिखीं, फिर पूरी तरह व्यंग्य लेखन ही करने लगे। इन्होंने व्यंग्य लेख, व्यंग्य उपन्यास, व्यंग्य कॉलम के अतिरिक्त हास्य-व्यंग्यपूर्ण धारावाहिकों की पटकथाएं और संवाद भी लिखे।
75. शरद जोशी को पद्मश्री पुरस्कार कब प्रदान किया गया?
(a) वर्ष 1988
(b) वर्ष 1990
(c) वर्ष 1991
(d) वर्ष 1995
व्याख्या: (b) सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार शरद जोशी ने मध्य प्रदेश सरकार के सूचना एवं प्रकाशन विभाग में काम किया। वर्ष 1951 से 1956 तक इन्होंने नई दुनिया के लिए लगातार व्यंग्य स्तंभ लिखा। विभिन्न साहित्यिक कार्य के लिए शरद जोशी जी को वर्ष 1990 में पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया। टिप्पणी: वर्ष 1992 से इन महान साहित्यकार की स्मृति में व्यंग्य लेखन के क्षेत्र में 'शरद जोशी' सम्मान प्रदान किया जाता है।
76. निम्न में से कौन सी रचना शरद जोशी द्वारा रचित है?
(a) सत्यप्रेम
(b) जिंदगी
(c) मैं और केवल मैं
(d) प्रसादपर्व
व्याख्या: (c) शरद जोशी ने हिंदी साहित्य के लिए व्यंग्य, निबंध एवं उपन्यास आदि विधाओं की रचना की। इनकी प्रमुख रचनाओं का विवरण: गद्य रचनाएं:
किसी बहाने, जीप पर सवार इल्लियां, किनारे बैठ, दूसरी सतह, प्रतिदिन, यथासंभव, यथासमय, यत्र तत्र सर्वत्र, नाविक के तीर, मुद्रिका रहस्य, हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे, झरता नीम शाश्वत थीम, जादू की सरकार, पिछले दिनों राग भोपाली, नदी में खड़ा कवि घाव करे गंभीर, मेरी श्रेष्ठ व्यंग रचनाएं व्यंग्य नाटक:
अंधों का हाथी, एक था गधा उर्फ अलादाद खां उपन्यास:
खमैं खमैं और केवल मैं टीवी धारावाहिक:
यह जो है जिंदगी, मालगुडी डेज, विक्रम और बेताल, सिंहासन बत्तीसी, वाह जनाब, दाने अनार के, यह दुनिया गजब की, लापतागंज, फिल्मी संवाद, क्षितिज, गोधूलि उत्सव, उड़ान, चोरनी, सांच को आंच नहीं, दिल है कि मानता नहीं।
77. गुलाबी उर्दू शायरी का जन्मदाता किसे कहा जाता है?
(a) मुल्ला रामोजी
(b) कामता प्रसाद गुरु
(c) कवि प्रदीप
(d) चंद्रकांत देवताले
व्याख्या: (a) गुलाबी उर्दू शैली के जन्मदाता प्रसिद्ध शायर मुल्ला रामोजी को कहा जाता है। इनका जन्म 21 मई, 1896 को भोपाल में हुआ था।
78. लाठी और भैंस किस साहित्यकार की प्रसिद्ध रचना है?
(a) कामता प्रसाद गुरू
(b) कवि प्रदीप
(c) मुल्ला रामोजी
(d) गिरिजाकुमार माथुर
व्याख्या: (c) लाठी और भैंस गुलाबी उर्दू शैली के जन्मदाता मुल्ला रामोजी की प्रसिद्ध रचना है। मुल्ला रामोजी की प्रमुख रचनाएं:
अंगूरा, औरत जात, गुलाबी शायरी, जिंदगी, शादी, ख्वातीन, मुलाकात, गुलाबी उर्दू, इंतिखाब-ए-गुलाबी उर्दू
79. मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध साहित्यकार कामता प्रसाद गुरू का जन्म कहां हुआ था?
(a) दमोह
(b) छतरपुर
(c) सागर
(d) टीकमगढ़
व्याख्या: (c) कामता प्रसाद गुरू का जन्म सागर में वर्ष 1875 में हुआ था। वर्ष 1920 से लगभग एक वर्ष तक इन्होंने इंडियन प्रेस प्रयाग से प्रकाशित 'बालसखा' तथा 'सरस्वती' पत्रिकाओं का संपादन किया। ये बहुमुखी प्रतिभा के व्यक्ति थे और अनेक भाषाओं का इन्हें अच्छा ज्ञान था।
कामता प्रसाद गुरु की रचनाएं:
उपन्यास- 'सत्य', 'प्रेम', 'पार्वती' और 'यशोदा'
ब्रजभाषा काव्य- 'भौमासुर वध', 'विनय पचासा', पौराणिक नाटक, 'पद्म पुष्पावली', 'सुदर्शन' तथा 'हिंदुस्तानी शिष्टाचार'
80. कवि प्रदीप का जन्म मध्य प्रदेश के किस जिले में हुआ था?
(a) सागर
(b) उज्जैन
(c) दमोह
(d) कटनी
व्याख्या: (b) कवि प्रदीप भारतीय कवि एवं गीतकार थे जो देशभक्ति गीत- 'ऐ मेरे वतन के लोगों' की रचना के लिए प्रसिद्ध हैं। कवि प्रदीप ने वर्ष 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों की श्रद्धांजलि में यह गीत लिखा था।
टिप्पणी: कवि प्रदीप का मूल नाम 'रामचंद्र नारायणजी द्विवेदी' था। उनका जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन में बड़नगर नामक स्थान पर हुआ।
81. 'दूर हटो ए दुनिया वालों हिंदुस्तान हमारा है' किस कवि की प्रसिद्ध रचना है?
(a) नरेश मेहता
(b) चंद्रकांत देवताले
(c) कवि प्रदीप
(d) भवानी प्रसाद मिश्र
व्याख्या: (c) 'दूर हटो ए दुनिया वालों हिंदुस्तान हमारा है' कवि प्रदीप की प्रसिद्ध रचना है। पांच दशक के अपने कार्यकाल में कवि प्रदीप ने 71 फिल्मों के लिए 1700 गीत लिखे। उनके देशभक्ति गीतों में, फिल्म बंधन (1940) में 'चल चल रे नौजवान', फिल्म जागृति (1954) में 'आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं', 'दे दी हमें आजादी बिना खडग ढाल' जैसे गीत भी इनकी रचनाएं हैं।
टिप्पणी: फिल्म जय संतोषी मां (1975) में इन्होंने 'यहां वहां जहां तहां मत पूछो कहां-कहां' गीत को फिल्म के लिए स्वयं गाया भी था।
82. 'हम होंगे कामयाब गीत' किसने लिखा है?
(a) कवि प्रदीप
(b) नरेश मेहता
(c) गिरिजाकुमार माथुर
(d) मुल्ला रामोजी
व्याख्या: (c) गिरिजा कुमार माथुर का जन्म 22 अगस्त, 1919 को मध्य प्रदेश के अशोक नगर में हुआ। वे एक कवि, नाटककार और समालोचक के रूप में जाने जाते हैं। उनके पिता देवीचरण माथुर स्कूल अध्यापक थे तथा साहित्य एवं संगीत के शौकीन थे। वे काव्य लेखन के अतिरिक्त सितार बजाने में प्रवीण थे।
टिप्पणी: उनका ही लिखा एक भावान्तर गीत 'हम होंगे कामयाब' समूह गान के रूप में अत्यंत लोकप्रिय है।
83. गिरिजाकुमार माथुर को किस रचना हेतु साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया?
(a) हम होंगे कामयाब
(b) मैं वक्त के सामने
(c) नाश और निर्माण
(d) मंजीर
व्याख्या: (b) गिरिजाकुमार की काव्यात्मक शुरुआत वर्ष 1934 में ब्रजभाषा के परंपरागत कवित्त सवैया लेखन से हुई। वे विद्रोही काव्य परंपरा के रचनाकार माखनलाल चतुर्वेदी, बालकृष्ण शर्मा नवीन आदि की रचनाओं से अत्यधिक प्रभावित हुए। वर्ष 1991 में इनको कविता संग्रह 'मैं वक्त के सामने' के लिए हिंदी का साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया।
टिप्पणी: वर्ष 1943 में अज्ञेय द्वारा सम्पादित एवं प्रकाशित 'तारसप्तक' के सात कवियों में से एक कवि गिरिजाकुमार भी हैं।
विशेष: इसी काव्य संग्रह के लिए 1993 में के. के. बिरला फाउंडेशन द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित व्यास सम्मान प्रदान किया गया। उन्हें शलाका सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है।
84. हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि चंद्रकांत देवताले का जन्म कहां हुआ था?
(a) बुरहानपुर
(b) बैतूल
(c) होशंगाबाद
(d) नरसिंहपुर
व्याख्या: (b) हिंदी कवि एवं लेखक चंद्रकांत देवताले का जन्म 7 नवंबर, 1936 को बैतूल जिले के जालखेड़ा गांव में हुआ था।
85. निम्न में से कौन सी रचना चंद्रकांत देवताले की नहीं है?
(a) पत्थर की बेंच
(b) दीवारों पर खून से
(c) उजाड़ में संग्रहालय
(d) इनमें से कोई नहीं
व्याख्या: (d) पत्थर की बेंच, दीवारों पर खून से और उजाड़ में संग्रहालय जैसी प्रसिद्ध रचनाएं हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि चंद्रकांत देवताले की हैं।
देवताले जी की प्रमुख कृतियां: हड्डियों में छिपा ज्वर, दीवारों पर खून से लकड़बग्घा हंस रहा है, रोशनी के मैदान की तरफ, भूखंड तप रहा है, हर चीज आग में बताई गई थी, पत्थर की बेंच, इतनी पत्थर रोशनी, उजाड़ में संग्रहालय आदि।
86. मध्य प्रदेश में रविंद्र भवन कहां स्थित है?
(a) इंदौर
(b) भोपाल
(c) ग्वालियर
(d) जबलपुर
व्याख्या: (b) कला को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में वर्ष 1962 में रविंद्र भवन की स्थापना की थी। कला के लिए समर्पित इस भवन का उद्घाटन हुमायूं कबीर द्वारा किया गया था। यहां विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक, शैक्षणिक तथा कलात्मक क्रियाकलाप होते हैं।
87. भोपाल स्थित भारत भवन के वागर्थ अंग किस लिए प्रसिद्ध है?
(a) ललित कलाओं का संग्रहालय
(b) प्रदर्शनों की सूची
(c) भारतीय कविता का केंद्र
(d) रचनात्मक लेखन की पीठ
व्याख्या: (c) भोपाल स्थित भारत भवन भारत के सबसे अनूठे राष्ट्रीय संस्थानों में एक है। 13 फरवरी, 1982 में स्थापित इस भवन में अनेक रचनात्मक कलाओं का प्रदर्शन किया जाता है। श्यामला पहाड़ियों पर स्थित इस भवन को प्रसिद्ध वास्तुकार चार्ल्स कोरिया ने डिजाइन किया था। भारत के विभिन्न पारंपरिक शास्त्रीय कलाओं के संरक्षण का यह प्रमुख केंद्र है। इस भवन में एक म्यूजियम ऑफ आर्ट, एक आर्ट गैलरी, ललित कलाओं की कार्यशाला, भारतीय काव्य का पुस्तकालय आदि शामिल हैं।
भारत भवन के अंग:
रूपंकर - ललित कला का संग्रहालय
रंगमंडल - प्रदर्शनों की सूची
वागर्थ - भारतीय कविताओं का केंद्र
अनहद - शास्त्रीय और लोक संगीत का केंद्र
छवि - सिनेमा के लिए
निराला सृजनपीठ - रचनात्मक लेखन की पीठ
88. मध्य प्रदेश साहित्य परिषद की स्थापना कब की गई?
(a) वर्ष 1955
(b) वर्ष 1956
(c) वर्ष 1954
(d) वर्ष 1958
व्याख्या: (c) मध्य प्रदेश साहित्य परिषद की स्थापना 'मध्य भारत साहित्य परिषद' के नाम से वर्ष 1954 में की गई थी, इसका मुख्यालय भोपाल में स्थित है।
उद्देश्य: इस परिषद का उद्देश्य हिंदी साहित्य का संरक्षण, संवर्धन, उन्नयन व प्रचार प्रसार करना है।
टिप्पणी: वर्ष 1957 में मध्य भारत साहित्य परिषद का पुनर्गठन करके इसका नाम मध्य प्रदेश साहित्य परिषद कर दिया गया।
89. मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी की स्थापना कब की गई?
(a) वर्ष 1976
(b) वर्ष 1969
(c) वर्ष 1959
(d) वर्ष 1984
व्याख्या: (b) क्षेत्रीय भाषाओं के माध्यम से उच्च शिक्षा संस्थानों हेतु पाठ्य सामग्री का निर्माण किये जाने की भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की केंद्र प्रवर्तित योजनान्तर्गत सरकार द्वारा रियायती दरों पर प्राप्त कागज से मुद्रण तथा प्रकाशन हेतु मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी की स्थापना जुलाई, 1969 में की गई थी।
विशेष: मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी द्वारा 'साक्षात्कार' नामक पत्रिका का प्रकाशन भी किया जाता है।
90. मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी की स्थापना कब की गई थी?
(a) वर्ष 1976
(b) वर्ष 1954
(c) वर्ष 1969
(d) वर्ष 1985
व्याख्या: (a) मध्य प्रदेश में उर्दू साहित्य के उन्नयन व प्रोत्साहन हेतु वर्ष 1976 में मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी की स्थापना भोपाल में की गई थी।
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