मध्य प्रदेश में स्थापत्य कला MCQ | Architecture in Madhya Pradesh MCQ

मध्य प्रदेश में स्थापत्य कला MCQ

"मध्य प्रदेश में स्थापत्य कला" पर आधारित यह MCQ सीरीज उन छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे MPPSC, MPSI, MPPEB और अन्य राज्य स्तरीय परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। इस MCQ सेट में मध्य प्रदेश की स्थापत्य कला से जुड़े सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया है, जैसे प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक काल के स्थापत्य कला के विशिष्ट उदाहरण, ऐतिहासिक स्मारक, मंदिर निर्माण शैलियां, किले, स्तूप, गुफाएं, और यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त धरोहर स्थलों की विस्तृत जानकारी।
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प्रत्येक प्रश्न के साथ हिंदी में विस्तृत व्याख्या प्रदान की गई है, जो आपकी जानकारी को गहराई और स्पष्टता प्रदान करेगी। यह सीरीज मध्य प्रदेश की स्थापत्य कला के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के साथ-साथ उसकी विशिष्टताओं और विकासक्रम की पूरी जानकारी प्रदान करती है, जो परीक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
"मध्य प्रदेश में स्थापत्य कला" से संबंधित यह MCQ सेट न केवल आपकी परीक्षा की तैयारी को अधिक प्रभावी बनाएगा, बल्कि आपको इस विषय पर पूर्ण समझ और आत्मविश्वास भी प्रदान करेगा। इन प्रश्नों के माध्यम से आप न केवल प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकेंगे, बल्कि मध्य प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की गहन समझ भी विकसित कर पाएंगे।
1. मध्य प्रदेश के कला स्थापत्य का क्रमिक इतिहास वास्तविक रूप से कब प्रारंभ होता है?

(a) मौर्य काल

(b) परमार काल

(c) तोमर काल

(d) चंदेल काल

2. मध्य प्रदेश के उज्जैन से कांचनवन में एक बौद्ध महास्तूप प्राप्त हुआ है, जिसका विस्तार किसने करवाया था?

(a) सम्राट अशोक

(b) अशोक की पत्नी श्रीदेवी

(c) पुष्यमित्र शुंग

(d) अशोक की बेटी संघमित्रा

3. सांची का महास्तूप मध्य प्रदेश के किस जिले में अवस्थित है?

(a) भोपाल

(b) शहडोल

(c) उज्जैन

(d) रायसेन

4. मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में हलाली नदी के किनारे सतधारा बौद्ध स्तूप की खोज मेजर कनिंघम ने कब की थी?

(a) 1862 ई.

(b) 1820 ई.

(c) 1853 ई.

(d) 1872 ई.

5. मध्य प्रदेश के किस जिले में अंधेर के बौद्ध स्तूप स्थित है?

(a) खजुराहो

(b) विदिशा

(c) रायसेन

(d) गोहद

6. मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में सांची से 9 किमी. दूर दक्षिण-पश्चिम दिशा में कौन सा बौद्ध स्तूप स्थित है?

(a) अंधेर के स्तूप

(b) भोजपुर के स्तूप

(c) भरहुत का स्तूप

(d) सोनारी स्तूप

7. मध्य प्रदेश के सतना जिले में नागौद रियासत के अंतर्गत उचेहरा के समीप भरहुत स्तूप की खोज मेजर कनिंघम ने कब की थी?

(a) 1873

(b) 1859 ई.

(c) 1867 ई.

(d) 1882 ई.

8. देउरकोठाकुर के बौद्ध स्तूप मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है?

(a) भिंड

(b) विदिशा

(c) रीवा

(d) रायसेन

9. तुमैन का बौद्ध स्तूप मध्य प्रदेश के विदिशा तथा किस अन्य नगर को जोड़ने वाले प्रमुख व्यापारिक मार्ग पर स्थित है?

(a) अयोध्या

(b) मथुरा

(c) आगरा

(d) प्रयागराज

10. कसरावद के बौद्ध स्तूप मध्य प्रदेश के किस जिले में अवस्थित है?

(a) शहडोल

(b) खंडवा

(c) बड़वानी

(d) खरगोन

11. मध्य प्रदेश में उज्जैन जिले के किस स्थान से मौर्यकालीन हस्तिशीर्ष प्राप्त हुआ है?

(a) खाचरौद

(b) बड़नगर

(c) सोढंग

(d) नागदा

12. मध्य प्रदेश के मालवांचल में धार जिले के बाघ नामक स्थल से प्राप्त बौद्ध गुफाओं का संबंध है?

(a) गुप्तकाल

(b) मौर्यकाल

(c) परमारकाल

(d) चंदेलकाल

13. सांची के बौद्ध स्थल के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार कीजिए:
  1. सांची में निर्माण क्र. 26, 34 एवं 35 बौद्ध धर्म तथा गुप्तकाल से संबंधित स्तंभ है।
  2. स्तंभ क्र. 35 भग्नावस्था में है, जिसका 3.70 मीटर का टुकड़ा मिला है तथा स्तंभ के ऊपर का 1.15 मीटर भाग गोलाकार एवं चिकना है।
  3. स्तंभ के ऊपरी गोलाकार भाग का व्यास नीचे 77.5 सेमी. तथा शीर्ष 67.5 सेमी. है। उस पर पद्मपाणि बोधिसत्व की मूर्ति बैठी थी।
  4. इसका घंटाकृतियुक्त स्तंभ शीर्ष पर वर्गाकार चौकी है। इसमें प्रयुक्त पत्थर नागौरी है, जो सांची के गुप्तकालीन शिल्प की विशेषता है।
उपर्युक्त में से कौन से कथन सत्य है/हैं?

(a) केवल 1 और 2

(b) केवल 1, 2 और 4

(c) केवल 2 और 3

(d) उपर्युक्त सभी

14. मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित उदयगिरि की गुफाएं प्रमुख रूप से है?

(a) शैव एवं वैष्णव गुफाएं

(b) वैष्णव एवं बौद्ध गुफाएं

(c) बौद्ध एवं जैन गुफाएं

(d) बौद्ध एवं शैव गुफाएं

15. मध्य प्रदेश किस जिले में कंकाली देवी के नाम का एक गुप्तकालीन विष्णु मंदिर विद्यमान है?

(a) सीहोर

(b) सतना

(c) रीवा

(d) कटनी

16. मध्य प्रदेश के किस जिले में गुप्तकालीन भूमरा के शैव मंदिर का एकमुखी शिवलिंग स्थापित है?

(a) सिंगरौली

(b) सतना

(c) भोपाल

(d) जबलपुर

17. मध्य प्रदेश के किस जिले में अत्याधिक अलंकृत गुप्तोत्तर काल निर्मित महुआ का शिव मंदिर स्थित है?

(a) सीहोर

(b) झाबुआ

(c) सिंगरौली

(d) शिवपुरी

18. मध्य प्रदेश में गुप्तोत्तर काल की मूर्तिकला के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार कीजिए:

1. इस काल की लकुलीश की एक प्रतिमा इंद्रगढ़ (मंदसौर) से प्राप्त हुई है। शिव के नटराज रूप की प्रतिमायें मंदसौर जिले में आवरा, मनासा तथा हिंगलाजगढ़ से प्राप्त हुई है। इस काल की उमा महेश्वर की प्रतिमायें हिंगलाजगढ़, भानपुरा तथा आवरा में संरक्षित है।

2. शैव प्रतिमाओं के समान ही विवेच्य क्षेत्र से गुप्तोत्तर कालीन वैष्णव प्रतिमायें भी प्राप्त हुई हैं। आठवीं शताब्दी की त्रिविक्रम विष्णु की एक प्रतिमा इंद्रगढ़ से प्राप्त हुई है।

3. इस क्षेत्र से कुछ देवी प्रतिमाओं की प्राप्ति के उल्लेख भी मिले है। प्रमुख प्रतिमाओं में मंदसौर क्षेत्र के हिंगलाजगढ़ से प्राप्त महिषासुरमर्दिनी, इंद्रगढ़ में संरक्षित सप्तमातृका की प्रतिमा, सिनावल, दतिया से प्राप्त पार्वती तथा ग्वालियर से प्राप्त श्री कल्याणदेवी की लेखयुक्त प्रतिमायें उल्लेखनीय हैं।

4. ब्राम्हण धर्म के कुछ अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमायें भी मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त हुई हैं। इनमें तुमैन, गुना से प्राप्त सर्वतोभद्र प्रतिमा तथा मंदसौर जिले के आवरा से प्राप्त अष्टभुजी गणेश की प्रतिमा उल्लेखनीय है।

(a) केवल 1 और 2

(b) केवल 1, 2 और 4

(c) केवल 2 और 3

(d) उपर्युक्त सभी

19. मध्य प्रदेश में प्रतिहार शैली के मंदिर स्थापत्य की विशेषताओं के संदर्भ में कौन सा कथन असत्य है?

1. सामान्यतः प्रतिहार कालीन मंदिरों के शिखर ऊपर की तरफ अंदर की ओर धंसते हुए बनाये गये हैं, जिन्हें रेखा नागर - शीर्ष कहा जाता है, परंतु अन्य प्रकार के शिखरों का निर्माण भी किया गया, उदाहरणार्थ शालशिखर या वलभी या गजपृष्ठाकार के शिखर और फांसना प्रकार के शिखर ( शंकु आकार )। नरेसर (मुरैना जिला) तथा तेली का मंदिर (ग्वालियर) के शिखर वलभी प्रकार के हैं, जबकि कूटकेश्वर महादेव मंदिर, पठारी फांसना शिखर युक्त मंदिर है।

2. प्रारंभिक चरण के मंदिरों के शिखर के भद्ररथ (भद्रलता ) ग्रीवा तक ऊंचे बनाये गये हैं, परंतु मध्यचरण एवं चरमोत्कर्ष काल में उक्त भद्ररथ ग्रीवा की ऊंचाई से अधिक बनाये गये। शिखर के शीर्ष अंगों के रूप में आमलसार, कलश और बीजपूरक लगाये गये हैं।

3. शिखर के उद्गमस्थल और मंडप की छत के समापन स्थल के पास शिखर में ही एक शुकनासिका का निर्माण किया गया है, जो विशाल चौत्य गवाक्ष की आकृति के रूप में है और इसमें मंदिर के मुख्य देवता की प्रतिमा की प्रतिष्ठा की गयी। सूर्य मंदिर मनखेड़ा, देवगढ़ का मंदिर क्र. 12 और मालादेवी, ग्यारसपुर में सुविकसित शुकनासिकाएं बनायी गयी है।

4. प्रतिहार शैली के मंदिर सामान्यतः मध्यम आकार के है, परंतु चरमोत्कर्ष काल में विशाल आकार के बनाये जाने लगे, जिनमें तेली का मंदिर, ग्वालियर, गडरमल मंदिर, बडोह, जरायमठ मंदिर, बरुआ सागर (झांसी), सीताराम की लावन (भिंड) और मालादेवी मंदिर, ग्यारसपुर प्रमुख है।

(a) केवल 1

(b) केवल 3 और 4

(c) केवल 2 और 3

(d) केवल 1 और 3

20. वामन-ललित शिखर युक्त मंदिर सामान्यतः संपूर्ण गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य में निर्मित हुए है परंतु उत्तरी मध्य प्रदेश और बुंदेलखंड क्षेत्र में इन मंदिरों के सुरक्षित उदाहरण उपलब्ध है, जिसमें केलधार मंदिर कहां स्थित है?

(a) अशोकनगर

(b) गुना

(c) शिवपुरी

(d) ग्वालियर

21. ग्वालियर दुर्ग के पूर्वी हिस्से में हाथीपौर के समीप स्थित प्रतिहार शैली का सबसे विशिष्ट चतुर्भुज मंदिर का निर्माण किसने करवाया था?

(a) मिहिरभोज

(b) अल्ल

(c) वाइल्लभट्ट

(d) नागभट्ट

22. मध्य प्रदेश के ग्वालियर दुर्ग स्थित प्रतिहार शैली के तेली का मंदिर कब निर्मित किया गया था?

(a) 6ठी शताब्दी

(b) 11वीं शताब्दी

(c) 9वीं शताब्दी

(d) 13वीं शताब्दी

23. मध्य प्रदेश में गुर्जर प्रतिहार युगीन मूर्ति शिल्पकला की विशेषताओं में सम्मिलित नहीं है?

(a) मूर्तियों की देहयष्टि इकहरी और रेखाओं के प्रवाहमयी संयोजन के कारण गतिमान दिखाई देती है।

(b) मुख किंचित अंडाकार है। अधर (होंठ) स्थूल किंतु संयोजित है, जिसमें ऊपरी होंठ चिबुक से संलग्न प्रतीत होता है।

(c) रूप लावण्य की दृष्टि से मूर्तियां अत्यंत कमनीय हैं। इनमें गुप्तकालीन मूर्तियों की तरह सादगी का समावेश है।

(d) पौराणिक दृश्यों के अंकन में त्रिआयामी प्रभाव का आरोपण किया गया है ताकि मूर्तियों में बोझिलपन न आ सके।

24. मध्य प्रदेश में त्रिपुरी की कल्चुरी साम्राज्य के मूर्ति शिल्प के प्रारंभिक उदाहरण मातृका मूर्ति के रूप में कहां से प्राप्त होते हैं?

(a) नांदचांद (पन्ना)

(b) खैरहा (जबलपुर)

(c) देवलाना (नासिक)

(d) बड़वाह (खरगोन)

25. जबलपुर जिले के भेड़ाघाट में स्थित चौंसठ योगिनी मंदिर के दीवार व स्तंभों का निर्माण 12वीं शताब्दी में किसके द्वारा करवाया गया था?

(a) रानी नोहला

(b) महारानी अल्हणदेवी

(c) रानी रोहिला

(d) रानी कल्याणदेवी

26. 10वीं शताब्दी का कल्चुरी कालीन नोहटा का शिव मंदिर मध्य प्रदेश के किस जिले में स्थित है?

(a) मुरैना

(b) कटनी

(c) नीमच

(d) दमोह

27. विदिशा जिले के उदयपुर में भूमिज शैली का नीलकंठेश्वर मंदिर किसने निर्मित करवाया था ?

(a) उदयादित्त

(b) वाक्पति

(c) सिंधुराज

(d) राजाभोज

28. 11वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में निर्मित वृहदाकार भोजपुर के शिव मंदिर का निर्माण परमार वंश के किस शासक ने करवाया था?

(a) राजा भोज

(b) राजा मुंज

(c) राजा सिंधुराज

(d) राजा भोगीराज

29. छतरपुर जिले के खजुराहों में चंदेल राजाओं द्वारा निर्मित मंदिर भारतीय कलानिधि के मकरध्वज है तथा यह मंदिर किस शैली के श्रेष्ठ उदाहरण है?

(a) नागरशैली

(b) मथुराशैली

(c) गंधार शैली

(d) पंचायतन शैली

30. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कच्छपघात कालीन स्थापत्य कला का अप्रतिम सहस्त्रबाहु मंदिर को अन्य किस नाम से जाना जाता है ?

(a) हरिभवन

(b) विष्णभवन

(c) हरिसदन

(d) विष्णुसदन

31. मध्य प्रदेश में ग्वालियर अंचल के अंतर्गत कच्छपघात कालीन मंदिर स्थित सास-बहू मंदिर, पढ़ावली का शिव मंदिर आदि प्रतिहार शैली के मंदिरों के अग्रेषित व परिवर्धित रूप माने जाते हैं, इन मंदिरों की वास्तुगत विशेषताओं में सम्मिलित नहीं है?

(a) अधिकांश मंदिर निरंधार है। इनमें एक त्रिअंग गर्भ गृह, कपिली तथा एक मुखचतुश्की (मंडप ) आदि वास्तुअंग बनाए गए है। सांधार मंदिर के रूप में एक मात्र प्रतिनिधि उदाहरण सिहोनिया का ककनमठ नामक शिव मंदिर है।

(b) सामान्यतः ये मंदिर पद्मपीठ पर खड़े किए गए है। इनके जंघा भाग पर मूर्तियों की एक पंक्ति आद्योपांत प्रदर्शित की गई है।

(c) मंडप या महामंडप में लगे स्तंभ बहुकोणीय है। चारों कोणों में दंड के मध्य भाग में कीर्तिमुख से निकलती लंबी किंकिणिका का अलंकरण है। ये स्तंभ एक वर्गाकार कुंभक के आधार पर खड़े है। इनके शीर्ष भाग पर घट पल्लव अभिकल्प प्रदर्शित किए गए है, जिनके ऊपर कुमारवेविकाएं (ब्रैकेट) बनाई गई।

(d) प्रवेशद्वार के पेड्या (निचला बंधन) भाग पर एक तरफ मकरवाहिनी गंगा और दूसरी तरफ कूर्मवाहिनी यमुना की खड़ी आकृतियां प्रदर्शित है, जिनके सिर के ऊपर नागफण छत्र की भांति अंकित किए गए है। उत्तरंग पर सप्तमातृकाएं या नवग्रहों की पंक्तियां बनाई गई है। दोनों पाश्र्वों में एक तरफ शिव और पार्वती और कभी विष्णु एवं लक्ष्मी की मूर्तियां सज्जित है।

32. ग्वालियर से उत्तर-पूर्व में 72 किमी. की दूरी पर आसान नदी के बायें किनारे पर स्थित सिहोनिया के ककनमठ मंदिर का निर्माण कच्छपघात वंश के किस राजा ने करवाया था?

(a) राजा सूर्यपाल

(b) राजा महीपाल

(c) राजा रत्नपाल

(d) राजा कीर्तिपाल

33. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में तोमर कालीन वास्तुकला के सर्वश्रेष्ठ उदाहरण के रूप में राजा मानसिंह तोमर ने मानमंदिर का निर्माण कब करवाया था?

(a) 15वीं शताब्दी

(b) 14वीं शताब्दी

(c) 10वीं शताब्दी

(d) 11वीं शताब्दी

34. ग्वालियर में तोमर वंश के शासक मानसिंह ने अपनी प्रेयसी एवं पत्नी गूजरी हेतु गूजरी महल का निर्माण करवाया था, ' जिसका प्रमुख सूत्रधार किसे कहा जाता है?

(a) गुणीदास

(b) गुणदास

(c) सुधीदास

(d) भगवानदास

35. मालवा में स्वतंत्र मुस्लिम सल्तनत की स्थापना के पश्चात वहां की स्थापत्य कला का प्रारंभ किस किले के निर्माण के बाद माना जाता है?

(a) धार का किला

(b) लाट मस्जिद

(c) मलिक मुंगीस की मस्जिद

(d) जामी मस्जिद

36. मध्य प्रदेश के धार जिले में होशंगशाह के मकबरे का निर्माण किसने करवाया था?

(a) नासिरशाह खिलजी

(b) बाजबहादुर

(c) महमूद खिलजी

(d) होशंगशाह

37. मध्य प्रदेश में बाजबहादुर महल का निर्माण किसने करवाया था?

(a) होशंगशाह

(b) महमूद खिलजी

(c) नासिरशाह खिलजी

(d) बाजबहादुर

38. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में ताप्ती नदी के किनारे बादशाही किले का निर्माण किसने करवाया था ?

(a) सैयद मुहम्मद कादिरी

(b) फारुकी सुल्तान आदिल खान द्वितीय

(c) शेख जलाल कादरी

(d) शाह मंसूर

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