मध्य प्रदेश की जलवायु MCQ प्रश्न और उत्तर | Climate of Madhya Pradesh MCQ
byKartik Budholiya0
मध्य प्रदेश की जलवायु MCQ
"मध्य प्रदेश की जलवायु" पर आधारित यह MCQ सीरीज उन छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे MPPSC, UPSC, और अन्य राज्य स्तरीय परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। इस MCQ सेट में मध्य प्रदेश की जलवायु, उसके विभिन्न मौसमों, तापमान, वर्षा, और जलवायु से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों को शामिल किया गया है।
प्रत्येक प्रश्न के साथ हिंदी में विस्तृत व्याख्या दी गई है, जो न केवल आपकी जानकारी को बढ़ाएगी, बल्कि परीक्षा की तैयारी को भी प्रभावी बनाएगी। मध्य प्रदेश के जलवायु संबंधी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए ये MCQs आपकी तैयारी को और अधिक सशक्त बनाएंगे, जिससे आप प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकें।
Climate of Madhya Pradesh MCQ
1. मध्य प्रदेश में किस प्रकार की जलवायु पायी जाती है?
(a) ठंडी जलवायु
(b) उष्ण कटिबंधीय मानसूनी जलवायु
(c) गर्म और शुष्क जलवायु
(d) शुष्क जलवायु
व्याख्या: (b) किसी स्थान विशेष की मौसम संबंधित दशाओं के दीर्घकालिक औसत अवस्था को जलवायु कहा जाता है। मध्य प्रदेश उपोष्ण कटिबंधीय (Sub-tropical) जलवायु क्षेत्र में स्थित है तथा यहां उष्ण कटिबंधीय मानसूनी जलवायु पायी जाती है।
टिप्पणी: मध्य प्रदेश में 21° सेल्सियस की समताप रेखा (Isothermal Line) राज्य को उत्तरी एवं दक्षिणी दो भागों में विभाजित करती है, जिसके कारण उत्तरी भाग का तापमान अधिक, जबकि दक्षिणी भाग का तापमान कम रहता है।
2. मध्य प्रदेश की जलवायु उष्ण कटिबंधीय स्वरूप प्रदान करने का श्रेय किस रेखा को जाता है?
(a) कर्क रेखा
(b) मकर रेखा
(c) विषुवत रेखा
(d) मध्यान्ह रेखा
व्याख्या: (a) मध्य प्रदेश की जलवायु उष्ण कटिबंधीय स्वरूप प्रदान करने का श्रेय कर्क रेखा को जाता है, जो मध्य प्रदेश के मध्य भाग में स्थित 14 जिलों क्रमशः रतलाम, उज्जैन, आगर मालवा, राजगढ़, सीहोर, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सागर, दमोह, कटनी, जबलपुर, उमरिया तथा शहडोल से होकर गुजरती है।
टिप्पणी: मध्य प्रदेश के पश्चिम और उत्तर पश्चिम भाग में अर्द्ध-शुष्क (Semi-Arid), उत्तरी भाग में उप आर्द्र (Sub - Humid) तथा दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में आर्द्र (Humid) जलवायु पायी जाती है।
3. कोपेन के अनुसार मध्य प्रदेश का अधिकांश क्षेत्र निम्न से किस जलवायु प्रदेश का भाग है? (MPPSC-HME-2021)
(a) BsHW
(b) AW
(c) CWG
(d) ET
व्याख्या: (c) कोपेन के अनुसार मध्य प्रदेश की जलवायु को 2 भागों में वर्गीकृत किया गया है। मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम व पश्चिम में स्थित बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, अलीराजपुर, धार तथा झाबुआ आदि जिलों में उष्ण कटिबंधीय सवाना जलवायु (AW) एवं राज्य के शेष अन्य भागों में शुष्क शीत मानसूनी जलवायु (CWG) पायी जाती है। अर्थात सर्वाधिक क्षेत्र CWG जलवायु प्रदेश का भाग है।
4. ए. आर. सुब्रमण्यम तथा टी. श्रीमन्नारायण ने तापमान व वर्षा के वितरण के आधार पर मध्य प्रदेश की जलवायु को कितने भागों में बांटा गया है?
(a) 2
(b) 5
(c) 4
(d) 3
व्याख्या: (d) ए. आर. सुब्रमण्यम तथा टी. श्रीमन्नारायण (1991) ने मध्य प्रदेश की जलवायविक अध्ययन तापमान और वर्षा के वितरण को आधार मानकर मध्य प्रदेश की जलवायु को 3 भागों क्रमशः अर्द्ध-शुष्क अथवा स्टेपी, गर्म शीतोष्ण वर्षा जलवायु तथा उष्ण कटिबंधीय आर्द्र एवं शुष्क जलवायु में वर्गीकृत किया गया है।
5. प्रसिद्ध मौसम वैज्ञानिक थार्नध्वेट के अनुसार मध्य प्रदेश की जलवायु को कितने भागों में वर्गीकृत किया गया है?
(a) 3
(b) 5
(c) 4
(d) 2
व्याख्या: (a) प्रसिद्ध वैज्ञानिक थार्नथ्वेट ने जलवायु के महत्वपूर्ण तथ्य तापमान और वर्षा के अतिरिक्त जल संतुलन को आधार बनाकर मध्य प्रदेश की जलवायु को 3 भागों क्रमश: तर अल्पार्द्र जलवायु, शुष्क अल्पार्द्र जलवायु तथा अर्द्ध-शुष्क जलवायु में बांटा है।
6. मध्य प्रदेश में जलवायु विविधता के आधार पर कितनी प्रमुख ऋतुएं पायी जाती हैं?
(a) 4
(b) 3
(c) 5
(d) 6
व्याख्या: (b) मध्य प्रदेश में उच्चावच में भिन्नता व क्षेत्रफल अधिक होने के कारण विविधता पूर्ण जलवायु पायी जाती है, जिसे तापमान, वर्षा तथा वायुदाब के आधार पर 3 ऋतुओं क्रमशः ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु व शीत ऋतु में विभाजित किया गया है।
ऋतु
समयावधि
ग्रीष्म ऋतु
मध्य मार्च से मध्य जून (15 मार्च से 15 जून)
वर्षा ऋतु
मध्य जून से मध्य अक्टूबर (15 जून से 15 अक्टूबर)
शीत ऋतु
मध्य अक्टूबर से मध्य मार्च (15 अक्टूबर से 15 मार्च)
7. मध्य प्रदेश में किस माह के अंतर्गत भीषण गर्मी पड़ती है?
(a) अप्रैल
(b) जून
(c) जुलाई
(d) मई
व्याख्या: (d) मध्य प्रदेश में ग्रीष्म ऋतु मध्य मार्च से प्रारंभ होकर मध्य जून तक रहती है। इस अवधि में 21 मार्च के बाद सूर्य उत्तरायण होने के कारण तापमान में वृद्धि तथा वायुदाब कम होने लगता है, जिसके परिणामस्वरूप मई माह में भीषण गर्मी पड़ती है। मध्य प्रदेश में मई माह का औसत तापमान लगभग 40° सेल्सियस रहता है।
8. मध्य प्रदेश में ग्रीष्म ऋतु के अंतर्गत उत्तरी भाग में चलने वाली गर्म हवाओं को किस नाम से जाना जाता है?
(a) चक्रवात
(b) आंधी
(c) लू
(d) पाला
व्याख्या: (c) मध्य प्रदेश में ग्रीष्म ऋतु के अंतर्गत मई माह में उत्तरी भाग में शुष्क व गर्म पछुआ पवनें चलती हैं, जिन्हें लू (Loo) कहते हैं। इस अवधि में सूर्य के उत्तरी दिशा में बढ़ने के कारण निम्न वायुदाब का क्षेत्र दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ जाता है और गर्म पवनों की सामान्य दिशा उत्तर-पश्चिम तथा पश्चिम से पूर्व की ओर होती है।
9. तापक्रम के आधार पर मध्य प्रदेश का अधिकांश भाग किस तापीय वर्ग के अंतर्गत आता है?
(a) सूक्ष्म तापीय
(b) अति तापीय
(c) मध्य तापीय
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
व्याख्या: (b) तापक्रम की दृष्टि से मध्य प्रदेश का अधिकांश भाग अति तापीय (Megatharmal) वर्ग में आता है। भारत के अन्य राज्यों के समान मध्य प्रदेश में 21 मार्च के बाद सूर्य उत्तर की तरफ प्रस्थान करने लगता है, जिसके कारण तापमान में वृद्धि होती है तथा 21 जून को कर्क रेखा के निकट सूर्य लम्बवत होता है।
टिप्पणी: मध्य प्रदेश में ग्रीष्म ऋतु के आरंभिक काल के दौरान दक्षिणी भागों की समुद्र से निकटता और सूर्य के लंबवत होने के फलस्वरूप औसत तापमान अपेक्षाकृत अधिक तथा उत्तर-पश्चिमी भाग में कम हो जाता है। इस अवधि में समताप रेखाएं अधिकांशत: पूर्व से पश्चिम की ओर हो जाती है किंतु मई-जून में मध्य प्रदेश के मध्यवर्ती व उत्तरी भाग में सूर्य लंबवत होने के कारण औसत तापमान अधिक हो जाता है तथा दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्व की ओर कम हो जाता है।
10. मध्य प्रदेश में सर्वाधिक तापमान कहां अंकित किया जाता है?
(a) गंजबासौदा
(b) गुना
(c) ग्वालियर
(d) बालाघाट
व्याख्या: (a) मध्य प्रदेश का सबसे गर्म स्थान भिंड जिला है, किंतु वर्ष 1995 में विदिशा जिले के अंतर्गत गंजबासौदा में 48.9°C दर्ज किया गया था। गंजबासौदा में दर्ज तापमान वर्ष 2018-19 तक मध्य प्रदेश का सर्वाधिक तापमान था।
टिप्पणी: वर्ष 2019 में मध्य प्रदेश का सर्वाधिक तापमान छतरपुर जिले के नौगांव में 49°C दर्ज किया गया है तथा प्रदेश का सर्वाधिक गर्म स्थान बड़वानी (45.8°C) रहा है। भारत में अब तक का सर्वाधिक तापमान वर्ष 1967 में राजस्थान राज्य के श्रीगंगानगर जिले में 54°C दर्ज किया गया था।
11. मध्य प्रदेश में सर्वाधिक वर्षा किससे होती है?
(a) दक्षिण-पूर्वी मानसून
(b) दक्षिण मानसून
(c) दक्षिण-पश्चिम मानसून
(d) उपर्युक्त सभी
व्याख्या: (c) मध्य प्रदेश में मध्य जून से वर्षा ऋतु प्रारंभ होती है तथा राज्य में सर्वाधिक वर्षा दक्षिण-पश्चिम मानसून की दोनों शाखाओं क्रमश: अरब सागर (मुंबई शाखा) एवं बंगाल की खाड़ी से होती है। मध्य प्रदेश में मानसून आगमन के साथ वर्षा सबसे पहले दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों से प्रारंभ होती है, तत्पश्चात उत्तर-पूर्वी मध्यवर्ती तथा पश्चिमी भागों में होती है।
12. मध्य प्रदेश के किस भाग में अधिक वर्षा होती है?
(a) दक्षिण-पूर्वी भाग
(b) दक्षिण-पश्चिमी भाग
(c) उत्तर-पश्चिमी भाग
(d) उत्तर-पूर्वी भाग
व्याख्या: (a) मध्य प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी भाग में समुद्रतल से निकटता और अरब सागर की केरल शाखा, मुंबई शाखा एवं बंगाल की खाड़ी शाखा के प्रदेश की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला सतपुड़ा मैकाल श्रेणी से टकराने के कारण सर्वाधिक वर्षा होती है।
13. मध्य प्रदेश का चेरापूंजी किस स्थान को कहा जाता है?
(a) नौगांव
(b) धारकुंडी
(c) पचमढ़ी
(d) मांडू
व्याख्या: (c) मध्य प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी भाग में सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला के अंतर्गत स्थित पचमढ़ी (होशंगाबाद) को सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान होने के कारण मध्य प्रदेश का चेरापूंजी कहा जाता है। मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में सबसे अधिक वर्षा 215 सेमी. होती है।
14. मध्य प्रदेश में वार्षिक औसत वर्षा कितनी होती है?
(a) 50-75 सेमी.
(b) 75-100 सेमी.
(c) 100-150 सेमी.
(d) 100-125 सेमी.
व्याख्या: (d) मध्य प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून से लगभग 85 प्रतिशत अर्थात 100 से 125 सेमी. के मध्य वर्षा होती है, किंतु आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 के अनुसार मध्य प्रदेश में सामान्य औसत वर्षा 102.4 सेमी. हुई है तथा वर्ष 2019 में 138.5 सेमी. वास्तविक वर्षा मध्य प्रदेश में दर्ज की गई है।
तालिका:
वर्ष
वास्तविक वर्षा
2015
80.4 सेमी.
2016
103.7 सेमी.
2017
74.2 सेमी.
2018
82.3 सेमी.
2019
138.5 सेमी.
15. मध्य प्रदेश के निम्नलिखित क्षेत्रों में से कौन-से क्षेत्र में मानसून के दौरान सबसे कम वर्षा होती है?
(a) उत्तर-पूर्व
(b) उत्तर-पश्चिम
(c) दक्षिण-पूर्व
(d) दक्षिण-पश्चिम
व्याख्या: (b) मध्य प्रदेश के उत्तर व उत्तर-पश्चिमी भाग की बंगाल की खाड़ी अर्थात समुद्र तट से दूरी अधिक होने के कारण तथा अरब सागर मानसून की मुंबई शाखा के पहाड़ी क्षेत्र में उतरते समय घर्षण के कारण तापमान बढ़ने व आर्द्रता कम होने के परिणामस्वरूप उत्तर-पश्चिमी भाग में वर्षा ऋतु के दौरान सबसे कम वर्षा होती है।
16. मध्य प्रदेश के किस स्थान पर न्यूनतम वर्षा होती है?
(a) भिंड (गोहद)
(b) मंदसौर (गरोठ)
(c) बालाघाट (कटंगी)
(d) रायसेन (बाड़ी)
व्याख्या: (a) मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में सबसे कम वर्षा वाला स्थान भिंड (गोहद) स्थित है, जहां 55 सेमी. वर्षा होती है। मध्य प्रदेश में पूर्व से पश्चिम की ओर एवं दक्षिण से उत्तर की ओर जाने पर वर्षा की मात्रा क्रमशः घटती जाती है।
17. मध्य प्रदेश में वर्षा के वितरण के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है-
(a) मध्य प्रदेश के दक्षिण व दक्षिण-पूर्वी भाग में स्थित बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी तथा अनूपपुर जिलों में वार्षिक वर्षा 125 से 150 सेमी. के मध्य होती है।
(b) मध्य प्रदेश के मध्यवर्ती तथा उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित रायसेन, सागर, दमोह, भोपाल, विदिशा, सीधी, छतरपुर जिलों में वार्षिक वर्षा 75 से 100 सेमी. के मध्य होती है।
(c) मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिम व उत्तरी भाग में स्थित इंदौर, धार, उज्जैन, रतलाम, दतिया, शिवपुरी, मुरैना, भिंड, अलीराजपुर, सीहोर तथा शाजापुर आदि जिलों में औसत वार्षिक वर्षा 75 से 100 सेमी. होती है।
(d) मध्य प्रदेश के पूर्वी तथा दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों में अधिकांश वर्षा बंगाल की खाड़ी की शाखा से, जबकि उत्तर-पश्चिम एवं मध्यवर्ती क्षेत्रों में दोनों शाखाओं (अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी) द्वारा वर्षा प्राप्त होती है।
व्याख्या: (c) मध्य प्रदेश के पूर्वी तथा दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों में अधिकांश वर्षा बंगाल की खाड़ी की शाखा से, जबकि उत्तर-पश्चिम एवं मध्यवर्ती क्षेत्रों में दोनों शाखाओं (अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी) द्वारा वर्षा प्राप्त होती है। मध्य प्रदेश में वर्षा का वितरण मध्य प्रदेश के दक्षिण व दक्षिण-पूर्वी भाग में स्थित बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी तथा अनूपपुर जिलों में वार्षिक वर्षा 125 से 150 सेमी. के मध्य होती है। मध्य प्रदेश के मध्यवर्ती तथा उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित रायसेन, सागर, दमोह, भोपाल, विदिशा, सीधी, छतरपुर जिलों में वार्षिक वर्षा 75 से 100 सेमी. के मध्य होती है। मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिम व उत्तरी भाग में स्थित इंदौर, धार, उज्जैन, रतलाम, दतिया, शिवपुरी, मुरैना, भिंड, अलीराजपुर, सीहोर तथा शाजापुर आदि जिलों में औसत वार्षिक वर्षा 75 सेमी से कम होती है।
18. मध्य प्रदेश में शीत ऋतु कब आरंभ होती है?
(a) मध्य दिसंबर
(b) मध्य जनवरी
(c) मध्य नवंबर
(d) मध्य अक्टूबर
व्याख्या: (d) मध्य प्रदेश में शीत ऋतु मध्य अक्टूबर माह से प्रारंभ होकर मध्य मार्च (15 अक्टूबर से 15 मार्च) तक होती है। मध्य अक्टूबर माह में मानसून के लौटने के पश्चात वायु में आर्द्रता बनी रहती है, जिसके कारण राज्य में सर्वाधिक ठंड दिसंबर से जनवरी के मध्य होती है। मध्य प्रदेश में शीत ऋतु के अंतर्गत औसत तापमान 22° सेल्सियस रहता है, किंतु जनवरी माह में सर्वाधिक ठंड पड़ती है और राज्य का औसत तापमान 10° सेल्सियस रहता है।
19. सूर्य की किरणें किस रेखा पर लंबवत पड़ने से मध्य प्रदेश में अधिक गर्मी पड़ती है?
(a) मकर रेखा
(b) कर्क रेखा
(c) विषुवत रेखा
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
व्याख्या: (b) अप्रैल-मई में सूर्य की किरणें 'कर्क' रेखा क्षेत्र पर लंबवत पड़ने लगती हैं। अत: उत्तरी मध्य प्रदेश और 'कर्क रेखा के क्षेत्रों में तापमान में अधिक वृद्धि हो जाती है। ज्ञातव्य है कि कर्क रेखा मध्य प्रदेश के बीच से होकर गुजरती है।
20. सूर्य का उत्तरायण होने से प्रदेश में क्या परिवर्तन होगा?
(a) तापमान में वृद्धि
(b) तापमान में कमी
(c) तापमान में कोई परिवर्तन नहीं
(d) उपरोक्त सभी असत्य हैं
व्याख्या: (a) 21 मार्च को सूर्य उत्तरायण होने लगता है जिससे उत्तरी गोलार्द्ध में तापमान बढ़ने लगता है। इससे उत्तरी मध्य प्रदेश में तापमान शीघ्रता से बढ़ता है। मुख्यतः ग्वालियर, मुरैना, दतिया में तापमान अधिक हो जाता है, परंतु दक्षिणी मध्य प्रदेश में अपेक्षाकृत कम गर्मी पड़ती है।
21. मध्य प्रदेश में दैनिक तापांतर किस माह में सर्वाधिक होता है?
(a) मार्च
(b) अप्रैल
(c) मई
(d) जून
व्याख्या: (a) मध्य प्रदेश मानसूनी जलवायु वाला प्रदेश है। यहां पर पायी जाने वाली ऋतुओं में तापमान की भी भिन्नता रहती है। प्रदेश में सर्वाधिक तापमान मई माह में तथा सबसे कम जनवरी में होता है, लेकिन सर्वाधिक दैनिक तापांतर (दिन-रात के ताप का अंतर) मार्च माह में पाया जाता है।
22. मध्य प्रदेश को वर्षा के आधार पर कितने भागों में बांटा गया है?
(a) 3
(b) 4
(c) 5
(d) 6
व्याख्या: (b) वर्षा के आधार पर मध्य प्रदेश को चार भागों में विभाजित किया गया है -
निम्न वर्षा वाले क्षेत्र,
औसत से कम वर्षा वाले क्षेत्र,
औसत से अधिक वर्षा वाले क्षेत्र,
अधिक वर्षा वाले क्षेत्र।
23. निम्नलिखित जिला समूह में कौन-सा समूह निम्न वर्षा वाले क्षेत्र के अंतर्गत आता है?
(a) रीवा, सतना, सीधी
(b) भिंड, मुरैना, ग्वालियर
(c) जबलपुर, इंदौर, देवास
(d) घाट, सिवनी, छिंदवाड़ा
व्याख्या: (b) मध्य प्रदेश के भिंड, मुरैना, ग्वालियर, श्योपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, शिवपुरी आदि जिले निम्न वर्षा वाले क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। रीवा, सतना, सीधी औसत से कम वर्षा वाले तथा बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा जिले औसत से अधिक वर्षा वाले क्षेत्र में आते हैं।
24. मध्य प्रदेश में सर्वाधिक ठंडा स्थान कहां स्थित है?
(a) मंदसौर व मुरैना
(b) शिवपुरी व अशोकनगर
(c) शिवपुरी व मुरैना
(d) मुरैना व ग्वालियर
व्याख्या: (c) मध्य प्रदेश में सबसे अधिक ठंडा स्थान शिवपुरी एवं मुरैना है, जहां जनवरी माह में न्यूनतम तापमान 2° से 4° सेल्सियस के मध्य पाया जाता है। मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में उच्च भूमियों की अधिकता के कारण -पठारी क्षेत्र में सर्वाधिक ठंड तथा मैदानी क्षेत्र में अपेक्षाकृत कम ठंड पड़ती है।
25. जलवायु के आधार पर मध्य प्रदेश को कितने भागों में विभाजित किया गया है?
(a) 4
(b) 3
(c) 2
(d) 5
व्याख्या: (a) मध्य प्रदेश को जलवायु के आधार पर 4 भागों में क्रमशः उत्तर का मैदान, मालवा का पठार, विंध्य पर्वतीय क्षेत्र तथा नर्मदा- सोन घाटी एवं दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में विभाजित किया गया है।
टिप्पणी: मध्य प्रदेश की जलवायु भारत की मानसूनी जलवायु व्यवस्था का ही अंग है, यहां दोनों ऋतुओं (ग्रीष्म व शीत) में वायुदाब रेखाएं पूर्व से पश्चिम की ओर जाती है। चूंकि मध्य प्रदेश भारत के मध्य भाग में स्थित है, इसलिए यहां पर समुद्री प्रभाव जलवायु को अत्यधिक प्रभावित नहीं करता है।
26. मध्य प्रदेश के अंतर्गत उत्तर के मैदानी भाग में पायी जाने वाली जलवायु के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?
(a) इस क्षेत्र मे बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की दोनों शाखाओं से वर्षा होती है।
(b) इस क्षेत्र की समुद्र तल से दूरी अधिक होने के कारण तापमान में कमी हो जाती है।
(c) इस क्षेत्र के पश्चिम में 75 सेमी. तथा पूर्व में 100 सेमी, वर्षा होती है।
(d) इस क्षेत्र में दक्षिण-पश्चिम मानसून कमजोर होने के कारण सर्वाधिक सूखे की स्थिति उत्पन्न होती है।
व्याख्या: (b) मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों शाखाओं से वर्षा होती है किंतु समुद्र तल से दूरी अधिक होने के कारण मानसून कमजोर हो जाता है, जिसके कारण यहां पर वर्षा की मात्रा कम हो जाती है। उत्तरी भाग के मैदानी क्षेत्रों के पश्चिमी भाग में 75 सेमी. तथा पूर्वी क्षेत्रों में 100 सेमी. वर्षा होती है किंतु दक्षिण-पश्चिमी मानसून कमजोर होने के कारण सूखे की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। उत्तरी भाग में शीत एवं ग्रीष्म ऋतु का तापांतर अधिक होता है, जिसका मुख्य कारण समुद्र तल से अधिक दूरी और कर्क रेखा की निकटता है। इस क्षेत्र में ग्रीष्म ऋतु में सर्वाधिक गर्मी तथा शीत ऋतु में सर्वाधिक ठंड पड़ती है।
27. मध्य प्रदेश के किस क्षेत्र में समशीतोष्ण जलवायु पायी जाती है?
(a) मध्य भारत
(b) विंध्य प्रदेश
(c) निमाड़
(d) मालवा
व्याख्या: (d) मध्य प्रदेश के पश्चिमी भाग में अवस्थित मालवा पठार में शुष्क महाद्वीपीय जलवायु के लक्षण पाये जाते हैं तथा यहां समशीतोष्ण जलवायु पायी जाती है। इस क्षेत्र में न तो सर्वाधिक गर्मी पड़ती है और न ही सर्वाधिक ठंड पड़ती है तथा अधिकांश वर्षा अरब सागर की मुंबई शाखा से होती है।
28. मध्य प्रदेश में शीत ऋतु के अंतर्गत होने वाली वर्षा को किस नाम से जाना जाता है?
(a) माहोट
(b) चौमासा
(c) युनाला
(d) सियाला
व्याख्या: (a) मध्य प्रदेश में शीत ऋतु के अंतर्गत अक्टूबर से फरवरी माह के मध्य 12 से 18 सेमी. वर्षा उष्ण कटिबंधीय चक्रवातों और शीतकालीन बौछारों (Showers) से होती है, जिसे माहोट (मावठ) के नाम से जाना जाता है। माहोट वर्षा रबी की फसलों के लिए काफी लाभप्रद होती है।
टिप्पणी: मध्य प्रदेश में अक्टूबर-नवंबर माह में वर्षा लौटते हुए मानसून की शीतकालीन बौछारों तथा जनवरी फरवरी में उष्ण कटिबंधीय चक्रवातों से होती है।
29. मध्य प्रदेश में मालवा पठार के अंतर्गत पायी जाने वाली जलवायु के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?
(a) मालवा पठार में समशीतोष्ण जलवायु के लक्षण पाये जाते हैं।
(b) मालवा पठार के पश्चिम एवं उत्तर-पश्चिम भाग में 50 से 75 सेमी. के मध्य वर्षा होती है।
(c) मालवा पठार के अंतर्गत अरब सागर की मुंबई शाखा अधिकांश वर्षा होती है।
(d) मालवा पठार के पूर्वी भाग में बंगाल की खाड़ी द्वारा कम तथा पश्चिमी भाग में सर्वाधिक वर्षा होती है।
व्याख्या: (d) मध्य प्रदेश में मालवा पठार के अंतर्गत समशीतोष्ण जलवायु पायी जाती है और यहां पर अधिकांश वर्षा दक्षिण-पश्चिम मानसून के अरब सागर की मुंबई शाखा से होती है। मालवा पठार के पूर्वी भागों में वर्षा बंगाल की खाड़ी द्वारा अधिक तथा पश्चिमी भाग में कम होती है और पश्चिम एवं उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में 50 से 75 सेमी. के मध्य वर्षा होती है।
30. मध्य प्रदेश में विंध्य पर्वतीय क्षेत्र में औसत वार्षिक वर्षा कितनी होती है?
(a) 100-108 सेमी.
(b) 110-116 सेमी.
(c) 50-100 सेमी.
(d) 75-100 सेमी.
व्याख्या: (c) मध्य प्रदेश में विंध्य पर्वतीय क्षेत्र में अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी के दोनों मानसूनी शाखाओं द्वारा 50-100 सेमी. के मध्य वर्षा होती है। विंध्य पर्वतीय क्षेत्र के पूर्वी भाग में वर्षा पश्चिम भाग की तुलना में अधिक होती है, क्योंकि पूर्वी भाग में अधिकांशतः चक्रवाती वर्षा का प्रभाव पड़ता है।
31. मध्य प्रदेश में शीत ऋतु को किस नाम से जाना जाता है?
(a) सियाला
(b) युनाला
(c) चौमासा
(d) सिवाला
व्याख्या: (a) मध्य प्रदेश में उष्ण कटिबंधीय मानसूनी जलवायु पायी जाती है तथा शीत ऋतु को सियाला, ग्रीष्म ऋतु को युनाला एवं वर्षा को चौमासा के नाम से जाना जाता है।
32. मध्य प्रदेश में निमाड़ क्षेत्र के अंतर्गत काफी कम वर्षा होने का प्रमुख कारण क्या है?
(a) इस क्षेत्र में सिर्फ चक्रवाती वर्षा होती है।
(b) इस क्षेत्र की समुद्र तट से दूरी अधिक है।
(c) इस क्षेत्र में दक्षिण-पश्चिम मानसून प्रभावी नहीं होता।
(d) इस क्षेत्र में सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला की वृष्टि छाया पड़ती है।
व्याख्या: (d) मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम भाग में निमाड़ क्षेत्र नर्मदा सोन घाटी व सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला के मध्य स्थित है किंतु इस क्षेत्र में सतपुड़ा पर्वत की वृष्टि छाया पड़ती है, फलस्वरूप वर्षा कम होती है।
33. मध्य प्रदेश में उप क्षेत्रीय मौसम केंद्र कहां स्थापित किया गया है?
(a) भोपाल
(b) ग्वालियर
(c) जबलपुर
(d) सिवनी
व्याख्या: (a) भारतीय मौसम विभाग द्वारा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में उप क्षेत्रीय मौसम केंद्र स्थापित किया गया है, जिसके द्वारा मौसम विभाग मौसम पूर्वानुमान की जानकारी प्रदान की जाती है। इसके अतिरिक्त भारतीय मौसम विभाग (IMD) का एक कार्यालय इंदौर जिले में भी स्थापित किया गया है।
टिप्पणी: मध्य प्रदेश में भारतीय मौसम विभाग द्वारा उप क्षेत्रीय मौसम केंद्र भोपाल से 27 जुलाई, 2008 को मेटनेट ई गवर्नेस के लिए इंट्रा आई.एम.डी. पोर्टल प्रारंभ किया गया है, जो मौसम विभाग की समस्त जानकारी को ई-गवर्नेस अवधारणाओं के रूप में लागू करता है।
34. निम्न में से मध्य प्रदेश के किस जिले में गांवों को क्लाइमेट स्मार्ट विलेज प्रोजेक्ट में सम्मिलित किया गया है?
(a) दमोह
(b) सतना
(c) सागर
(d) सीधी
व्याख्या: (b) वर्ष 2017-18 के अंतर्गत मध्य प्रदेश में स्टेट नॉलेज मैनेजमेंट सेंटर ऑन क्लाइमेट चेंज (SKMCCC), एन्वायरमेंट प्लानिंग कोऑर्डिनेशन ऑर्गेनाइजेशन (EPCO) एवं पर्यावरण विभाग द्वारा राज्य के तीन जिलों क्रमशः सतना, सीहोर व राजगढ़ जिले को क्लाइमेट स्मार्ट विलेज प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य किसानों को जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना है।
35. मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के डोंगला में स्थित अत्याधुनिक वेधशाला का नाम किस खगोलशास्त्री के नाम पर रखा गया है?
(a) आचार्य वराहमिहिर
(b) आचार्य भास्कराचार्य
(c) आर्यभट्ट
(d) सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर
व्याख्या: (a) 12 जून, 2013 को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में महिदपुर तहसील के ग्राम डोंगला में प्रदेश की प्रथम अत्याधुनिक वेधशाला का लोकार्पण तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था, जिसका नामकरण आचार्य वराहमिहिर के नाम पर रखा गया है।
36. मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में जंतर-मंतर वेधशाला का निर्माण किस राजा द्वारा करवाया गया था?
(a) सतवंत सिंह
(b) भानुगुप्त
(c) सवाई जयसिंह
(d) महिपाल
व्याख्या: (c) उज्जैन शहर में दक्षिण की ओर शिप्रा नदी के दाहिने ओर जयसिंहपुर नामक स्थान में जयपुर के महाराज सवाई जयसिंह ने 1733 ई. में जंतर-मंतर महल का निर्माण कराया। जंतर मंतर, 'यंत्र-मंत्र' का अपभ्रंश रूप है और इसे अंग्रेजी में ऑब्जरवेटरी (Observatory) कहते हैं। जंतर-मंतर में पांच यंत्र लगाए गए हैं: सम्राट यंत्र, नाड़ी वलय यंत्र, दिगंश यंत्र, भित्ति यंत्र एवं शंकु यंत्र। उज्जैन जंतर-मंतर के इन यंत्रों की 1925 ई. में महाराजा माधवराव सिंधिया ने मरम्मत करवाई थी। राजा जयसिंह ने इस तरह की 5 वेधशालाओं का निर्माण कराया, जिसमें उज्जैन के अतिरिक्त दिल्ली, जयपुर, मथुरा और वाराणसी में स्थित है। इसमें सबसे पुरानी वेधशाला दिल्ली के कनॉट प्लेस में 1724 ई. में बनवाई गई थी।
टिप्पणी: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में मल्हारराव होल्कर द्वारा 1818 से 1833 ई. के मध्य राजबाड़ा का निर्माण करवाया गया था, जहां पर पं. नीलकंठ मंगल ने वर्ष 1928 में ग्रह-नक्षत्रों व समय की गणना के लिए धरातल यंत्र निर्मित किया था।
37. जब सूर्य की किरणें कर्क रेखा पर लम्बवत चमकती है, तब उत्तरी मध्य प्रदेश में निम्नांकित में से कौन-सी घटना घटित होती है?
(a) तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है।
(b) वायुदाब तेजी से बढ़ जाता है।
(c) वायुदाब अपरिवर्तित रहता है।
(d) पश्चिमी विक्षोभ आने लगते हैं।
व्याख्या: (a) मध्य प्रदेश भारत का मध्यवर्ती राज्य है तथा मानसूनी जलवायु की सभी विशेषताएं यहां विद्यमान हैं। 21 मार्च के पश्चात भारत व मध्य प्रदेश में सूर्य उत्तरायण होता है और सूर्य की किरणें सीधी होती हैं तथा 21 जून को कर्क रेखा के निकट सूर्य लम्बवत होता है। चूंकि कर्क रेखा मध्य प्रदेश के मध्य से गुजरती है, अतः तेज धूप के फलस्वरूप तापमान बढ़ जाता है। किंतु उसका वितरण असमान होता है। मध्य प्रदेश के दक्षिणी भागों में समुद्र की निकटता और सूर्य के लम्बवत होने के फलस्वरूप औसत तापमान अपेक्षाकृत अधिक पाया जाता है तथा उत्तर-पश्चिम में कम होता है। मार्च से जून माह तक मध्य प्रदेश में तापमान बहुत तीव्रता से बढ़ता है तथा इस समय मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों में औसत तापमान अधिकतम होता है तथा दक्षिण और दक्षिण-पूर्व की ओर कम हो जाता है।
38. मध्य प्रदेश के किस भाग में वार्षिक तापांतर अधिक रहता है?
(a) पूर्वी
(b) पश्चिमी
(c) उत्तरी
(d) दक्षिणी
व्याख्या: (c) मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों में ठंडी और गर्मी के तापमान का अंतर अर्थात वार्षिक तापांतर अधिक होता है, जो महाद्वीपीयता का लक्षण है। दक्षिणी हिस्से में वार्षिक तापांतर कम रहता है, जिसे समुद्री प्रवाह एवं विषुवत रेखा की निकटता के कारण सामान्यतः ऊंचे तापमान का होना कहा जा सकता है। मध्य प्रदेश में औसत अधिकतम तथा न्यूनतम दैनिक तापमान सबसे कम दिसंबर माह में होता है किंतु कुछ स्थानों जैसे सागर जिले में जनवरी माह में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे जिले क्रमशः गुना, सतना, इंदौर हैं जहां न्यूनतम औसत दैनिक तापमान दिसंबर माह में कम होता है, उसके विपरीत अधिकतम सबसे कम जनवरी माह में पाया जाता है। इसी प्रकार अधिकतम दैनिक तापमान मध्य प्रदेश के अधिकतम स्थानों में मई माह में पाया जाता है।
39. मध्य प्रदेश में ग्रीष्म ऋतु में औसत तापमान बढ़ता है
(a) उत्तर से दक्षिण की ओर
(b) पूर्व से पश्चिम की ओर
(c) दक्षिण से उत्तर की ओर
(d) पश्चिम से पूर्व की ओर
व्याख्या: (c) ग्रीष्म ऋतु मार्च से प्रारंभ होती है और जून के दूसरे से तीसरे सप्ताह तक रहती है, तत्पश्चात मानसून आता है। मार्च तक उत्तर-पश्चिम भारत और पाकिस्तान में स्थित अधिक वायुदाब का केंद्र कमजोर पड़ने लगता है तथा उस दिशा की ओर वायुदाब कम होने लगता है। 1008 मिलीबार की रेखा लगभग संपूर्ण मध्य प्रदेश को घेर लेती है तथा 1009 मिलीबार की रेखा पूर्वी और दक्षिणी सीमा को छूती हुई जाती है। मई में जब सूर्य की किरणें पर्याप्त सीधी हो जाती हैं तो वायुदाब और अधिक गिरता है तथा मध्य प्रदेश पर 999 मिलीबार तथा 1000 मिलीबार की रेखाएं पश्चिम से पूर्व की ओर गुजरती हैं। स्पष्ट है कि वायुदाब का ढलान दक्षिण से उत्तर तथा उत्तर-पश्चिम की ओर होता है। अतः हवा के बहने की दिशा भी उसी ओर होती है। यहीं गर्मी की मानसून की दिशा है इस समय हवा का वेग अत्यधिक रहता है। ग्रीष्म ऋतु में मार्च के तत्पश्चात तापमान निरंतर बढ़ता जाता है तथा मई में लगभग संपूर्ण मध्य प्रदेश का तापमान 29.4°C के ऊपर रहता है। मई में उत्तरी-पश्चिमी मध्य प्रदेश, जो अपेक्षाकृत सूखा है तथा जहां वनस्पति भी कम है अधिकतम तापमान का केंद्र होता है। ग्वालियर, मुरैना और दतिया को घेरती हुई 42.5°C की रेखा मिलती है। इतना ही तापमान दक्षिणी बालाघाट में रहता है। 40°C की रेखा दो भागों से जाती है पहला मंडला, शहडोल, सिवनी, छिंदवाड़ा और बैतूल तथा दूसरा पश्चिमी मध्य प्रदेश जिसमें शाजापुर, देवास, इंदौर, धार, उज्जैन, झाबुआ, रतलाम और मंदसौर जिले सम्मिलित हैं। साधारणतः यह सूखी ऋतु होती है। संपूर्ण पश्चिमी मध्य प्रदेश में अप्रैल-मई में 2.5 सेमी. से अधिक वर्षा नहीं होती है। इस ऋतु में आर्द्रता बहुत कम रहती है। आकाश स्वच्छ रहता है और तेज धूलभरी हवाएं चलती हैं।
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